रामपुर उपचुनाव के शुरुआती रुझान हैरान करने वाले हैं। यहां भाजपा को बढ़त मिलती नजर आ रही है। वहीं, समाजवादी पार्टी दूसरे नंबर पर बनी हुई है।
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रामपुर उपचुनाव के शुरुआती रुझान आने शुरू हो गए हैं। यहां भाजपा ने बढ़त हासिल कर ली है। ऐसे में अनुमान लगने लगे हैं कि क्या रामपुर अब आजम खां से आजाद हो जाएगा? क्या भाजपा सपा के इस गढ़ पर भी भगवा फहराने में कामयाब हो जाएगी?
फिलहाल ऐसा है हाल
गौरतलब है कि रामपुर विधानसभा सीट के नए विधायक का नाम आज स्पष्ट हो जाएगा। यहां फिलहाल पोस्टल वोट की गिनती चल रही है, जिनमें भाजपा ने बढ़त बना रखी है। वहीं, समाजवादी पार्टी दूसरे नंबर पर बनी हुई है। बता दें कि रामपुर में भाजपा अब तक जीत हासिल नहीं कर पाई है। अगर शुरुआती बढ़त नतीजों में तब्दील होती है तो उत्तर प्रदेश की इस सीट पर पहली बार भगवा लहराएगा।
10 बार विधायक रहे आजम खां
रामपुर विधानसभा सीट पर आजम खां के दबदबे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह इस क्षेत्र में 10 बार विधायक बन चुके हैं। उनकी जीत का सिलसिला 1980 में शुरू हुआ था, जो 2022 तक कायम है। हालांकि, 1996 में जरूर उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2019 में जब आजम खां जब रामपुर संसदीय सीट से सांसद बने तो उपचुनाव में उनकी पत्नी ने डॉ. तजीन फात्मा ने लगभग 7700 मतों से जीत हासिल की थी।