प्रदेश भर के सस्ते राशन के डिपुओं में उपभोक्ताओं को अब राशन को लेकर परेशान नहीं होना पड़ेगा। डिपुओं को फिलहाल दूसरे विकल्प से राशन देने के निर्देश निदेशालय द्वारा दे दिए गए हैं। जैसे ही बॉयोमीट्रिक व ओटीपी प्रणाली ठीक हो जाएगी, उसके बाद दूसरे विकल्प से राशन न देने के भी डिपुओं को सख्त निर्देश दिए गए हैं। डिपुओं को दूसरा विकल्प देने से उपभोक्ताओं ने भी राहत की सांस ली है। बता दें कि प्रदेश के करीब 19 लाख 22 हजार उपभोक्ता पिछले डेढ़ हफ्ते से डिपुओं के चक्कर लगा-लगाकर थक चुके हैं, लेकिन फिर भी उन्हें राशन नहीं मिल पाया। डिपुओं में बॉयोमेट्रिक व ओटीपी प्रणाली पूरी तरह से हांफ चुकी है। ऐसे में प्रदेश के 5044 डिपुओं के डिपो संचालक भी सर्वर ठीक न चलने से खासे परेशान हैं।
क्योंकि आधे-आधे घंटे में एक-एक ओटीपी मशीन उठा रही है, जिससे राशन लेने आ रहे उपभोक्ताओं को हर दिन मुश्किलें झेलनी पड़ रही है। मंगलवार को भी सर्वर की समस्या जारी रही। ऐसे में खाद्य आपूर्ति विभाग निदेशालय ने प्रदेश के सभी जिला नियंत्रकों को दोपहर बाद यह निर्देश जारी किए हैं कि वे अपने-अपने जिला के डिपुओं को अन्य विकल्प से राशन जारी करने के निर्देश दें, ताकि उपभोक्ताओं को राशन के लिए और परेशान न होना पड़े। डिपुओं को जैसे ही दूसरे विकल्प से राशन जारी करने के निर्देश मिले, तो उपभोक्ताओं को क्यूआर कोड स्कैन करके व राशनकार्ड आधारित नंबर मशीन में फीड करके राशन दिया गया। ऐसे में उपभोक्ताओं ने भी राहत की सांस ली है। उन्हें करीब डेढ़ माह के उपरांत मंगलवार को राशन मिल पाया। (एचडीएम)
सर्वर ठीक होने तक राहत
जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक अरविंद शर्मा ने बताया कि डिपुओं में बॉयोमीट्रिक व ओटीपी प्रणाली लगातार सर्वर के चलते प्रभावित हो रही थी, जिससे उपभोक्ताओं को राशन के लिए आए दिन परेशान होना पड़ रहा था। ऐसे में निदेशालय द्वारा मंगलवार को डिपुओं को दूसरे विकल्प से राशन देने के निर्देश जारी किए हैं। जैसे ही बॉयोमेट्रिक व ओटीपी प्रणाली का सर्वर ठीक हो जाएगा, डिपुओं को दूसरा विकल्प तुरंत प्रभाव से बंद करना पड़ेगा।