छात्रों ने की थी शिकायत
चाइल्ड लाइन हेल्प लाइन 1098 पर आठ अगस्त को नामली नौगांवा स्थित सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल के बच्चों ने शिकायत कर बताया कि उनके स्कूल के शौचालय में कैमरे लगा रखे हैं। छात्रों ने बताय़ा कि इससे उनको बहुत तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है और शर्मिंदगी हो रही है। सूचना के बाद 17 अगस्त को बाल कल्याण समिति के आदेश पर सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल में चाइल्ड लाइन टीम दिव्या उपाध्याय, लोकेश पाटीदार नामली पुलिस थाने से पुलिस आरक्षक कांता चौहान और महेंद्र सिंह चौधरी के साथ पहुंचे। निरीक्षण में स्कूल की दूसरी मंजिल पर कक्षा 9 से 12वीं तक के छात्रों के लिए बने दो शौचालय में कैमरे लगे हुए मिले।
प्राचार्य का अजीब तर्क
टीम ने जब स्कूल के प्राचार्य से इस बारे में पूछा तो उन्होंने अजीब तर्क रहा। प्राचार्य ने टीम को कहा कि छात्र टॉयलेट में गलत मैसेज लिख देते हैं। इसलिए कैमरे लगाए गए हैं। इसके बाद टीम ने कैमरे हटा दिए। टीम ने पूरी रिपोर्ट तैयार कर बाल कल्याण समिति को सौंप दी है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने भी कराई जांच
वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी ने भी स्कूल में टीम भेज कर जांच कराई तो कैमरे लगे होने की जानकारी सामने आई। जानकारों की मानें तो टॉयलेट में कैमरा लगाना बच्चों के अधिकार का उल्लंघन है। एनबीटी ने इस मामले में स्कूल प्राचार्य की सिस्टर निधि को उनके मोबाइल पर कॉल किया, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया।
अब होगी आगे की कार्रवाई
चाइल्ड हेल्प लाइन के जिला कॉर्डिनेटर प्रेम चौधरी ने बताया कि छात्रों की सूचना पर बाल कल्याण समिति के आदेश लेकर स्कूल में टीम ने जाकर देखा तो छात्रों के टॉयलेट में कैमरे पाए गए हैं। आगे की कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट बाल कल्याण समिति को दे दी है। वहीं, रतलाम बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष सुधीर निगम ने बताया कि चाइल्ड लाइन टीम के समक्ष प्राचार्य ने गलती स्वीकारी है। जिला शिक्षा अधिकारी को भी इस मामले में जांच के लिए कहा है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।