Ravindra Jadeja Asia Cup: एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ जडेजा ने सूर्यकुमार यादव (18) के साथ भारतीय पारी को संवारा था फिर हार्दिक के साथ 52 रन जोड़कर टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया था।
दुबई: टीम प्रबंधन का रविंद्र जडेजा को बल्लेबाजी क्रम में चौथे नंबर पर भेजना ‘मास्टरस्ट्रोक’ साबित हुआ और पाकिस्तान पर रोमांचक करीबी मुकाबले में जीत के दौरान 29 गेंद में 35 रन बनाए। इस ऑलराउंडर ने एशिया कप में हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ मैच से पहले कहा कि वह इस चुनौती के लिए मानसिक रूप से तैयार थे। जडेजा को शादाब खान और मोहम्मद नवाज की स्पिन जोड़ी से निपटने के लिए बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजा गया। दोनों ने दाएं हाथ के बल्लेबाजों को परेशान किया था। जडेजा ने भारत को परेशानी से बाहर निकाला जिसने तीन रन के भीतर रोहित और विराट कोहली (35) के विकेट गंवा दिए थे। इससे टीम का स्कोर 10 ओवर के अंदर तीन विकेट पर 53 रन हो गया था।
चौथे नंबर पर आने के लिए तैयार था
जडेजा ने रविवार को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान पर भारत की पांच विकेट की जीत के बारे में कहा, ‘बेशक (मुझे पता था कि ऐसा हो सकता है) … उनकी अंतिम एकादश को देखने के बाद मुझे पता था कि ऐसी स्थिति आ सकती है। मैं मानसिक रूप से तैयार था। सौभाग्य से मैंने टीम के लिए महत्वपूर्ण रन बनाए। मैं शीर्ष सात में बाएं हाथ का अकेला बल्लेबाज था। कभी-कभी जब बाएं हाथ के स्पिनर और लेग स्पिनर गेंदबाजी कर रहे होते हैं तो बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए जोखिम लेना आसान होता है।’
मेरे मरने की अफवाह उड़ा दी थी
चेन्नई सुपर किंग्स के लिए बीते आईपीएल में जडेजा ने अच्छा नहीं किया था। ऐसे में चर्चा थी कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिए चुना जाएगा या नहीं। यह पूछे जाने पर कि वह इस तरह की अफवाहों से कैसे निपटते हैं, जडेजा ने कहा, ‘बीच में तो खबर आई थी कि मैं मर गया हूं! इससे बड़ी खबर तो हो ही नहीं सकती। मैं बस इतना ही करता हूं, प्रतिदिन गेंदबाजी, बल्लेबाजी और क्षेत्ररक्षण।’ जडेजा मई में 61 वर्षीय सौराष्ट्र के पूर्व क्रिकेटर राजेंद्र जडेजा के निधन की खबर का जिक्र कर रहे थे।
ज्यादा नहीं सोचता, सिर्फ खेलता हूं
इस आलराउंडर ने कहा, ‘मैं जब भी क्रीज पर उतरता हूं तो बस स्थिति के अनुसार खेलता हूं। टी20 में आपके पास सोचने के लिए ज्यादा समय नहीं होता है। आपको बस मैदान पर उतरकर खुद को जाहिर करना होता है। मुझे बस बल्लेबाजी करते हुए रन बनाने होते हैं और जरूरत पड़ने पर विकेट दिलाने होते हैं।’ यह पूछे जाने पर कि बल्लेबाजी करते समय उन्होंने और हार्दिक ने क्या बात की तो उन्होंने कहा, ‘भारत-पाकिस्तान मैच हमेशा काफी दबाव वाला होता है। आपसे काफी उम्मीदें होती हैं। मुझे नहीं लगता कि चर्चा करने के लिए बहुत कुछ था, ऐसी चीजें टी20 प्रारूप में होती हैं। सभी ने बल्लेबाजी, गेंदबाजी और कैच में योगदान दिया।’
हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ क्या प्लान होगा?
गेंदबाजी करते हुए जडेजा (दो ओवर में 11 रन देकर कोई विकेट नहीं) और युजवेंद्र चहल (चार ओवर में 32 रन देकर कोई विकेट नहीं) दोनों स्पिनरों को सफलता नहीं मिली लेकिन इस आलराउंडर ने कहा कि वे रन गति पर अंकुश लगाने में सफल रहे। क्वालीफायर हांगकांग के खिलाफ बुधवार को होने वाले ग्रुप मैच के बारे में पूछे जाने पर जडेजा ने कहा,‘‘हम सकारात्मक सोच के साथ हांगकांग के खिलाफ खेलने जा रहे हैं और हम उन्हें हल्के में नहीं लेंगे। मैच के दिन टी-20 में कुछ भी हो सकता है। हम अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे और सकारात्मक होकर खेलेंगे।’