शेयर बाजार के एक्सपर्ट को लगता है कि कारोबार सुधरने से आरबीएल बैंक के शेयरों में आने वाले दिनों में और अधिक तेजी दर्ज की जा सकती है. बैंक ने कारोबार बढ़ाने के लिए एक शानदार रणनीति अपनाई है और इससे उसे निकट भविष्य में काफी फायदा मिल सकता है.
नई दिल्ली: निजी क्षेत्र के बैंक आरबीएल बैंक में सिर्फ 2 दिन में 20 फीसदी का रिटर्न दिया है. शेयर बाजार के एक्सपर्ट का मानना है कि आरबीएल बैंक के शेयरों में आने वाले समय में और अधिक तेजी दर्ज की जा सकती है. 30 जून 2022 के अनुसार आरबीएल बैंक की 502 शाखाएं हैं जबकि 1302 बिजनेस कॉरस्पॉडेंट ब्रांच है इनमें से 290 बैंकिंग आउटलेट हैं. आरबीएल बैंक की एक पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी आरबीएल फिनसर्व के पास 790 बिजनेस कॉरस्पॉडेंट ब्रांच है. आरबीएल बैंक को पहले रत्नाकर बैंक के नाम से जाना जाता था.
बुधवार को आरबीएल बैंक के शेयरों में 20 फ़ीसदी की तेजी दर्ज की गई है. आरबीएल बैंक ने किलबर्न इंजीनियरिंग के अपने सारे शेयर बेच दिए हैं. आरबीएल बैंक की योजना डेट सिक्योरिटी या प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए ₹3000 करोड़ जुटाने की है.
शेयर बाजार के एक्सपर्ट को लगता है कि आरबीएल बैंक के शेयरों में आने वाले दिनों में और अधिक तेजी दर्ज की जा सकती है. बैंक ने कारोबार बढ़ाने के लिए एक शानदार रणनीति अपनाई है और इससे उसे निकट भविष्य में काफी फायदा मिल सकता है.
मुंबई स्टॉक एक्सचेंज पर बुधवार को आरबीएल बैंक के शेयर ₹18 की तेजी के साथ ₹122 से ऊपर बंद हुए. दिन के कारोबार में आरबीएल बैंक के शेयर ने ₹125 का उच्च स्तर देख लिया था.
आरबीएल बैंक का मार्केट कैप ₹7330 करोड़ पर पहुंच गया है. मंगलवार को आरबीएल बैंक ने घोषणा की थी कि उसने किलबर्न इंजीनियरिंग में शेयर कैपिटल का 1.02% हिस्सा या 3.5 लाख इक्विटी शेयर बेच दिए हैं.
आरबीएल बैंक ने 17 मई से 23 अगस्त के बीच किलबर्न इंजीनियरिंग में शेयर बेचे हैं. आरबीएल बैंक के पास अब किलबर्न इंजीनियरिंग का कोई शेयर नहीं है. इससे पहले हफ्ते की शुरुआत में आरबीएल बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने डेट सिक्योरिटीज के जरिए ₹3000 करोड़ जुटाने की मंजूरी दे दी थी.