असली Hero: मुंबई में कई लोगों की ज़िंदगी बचाई, अब खुद ‘मौत की नींद’ सो गए कदम, हादसे में गई जान

36 वर्षीय चेतन कदम उन 5 व्यक्तियों में शामिल थे जिनकी मौत मुंबई के बांद्रा-कुर्ला सी लिंक पर एक सड़क हादसे में हो गई. ये हादसा तब हुआ जब एक तेज रफ्तार कार ने एम्बुलेंस और अन्य वाहनों को टक्कर मार दी. सबसे दुखद ये है कि कदम ने कई लोगों को मौत से बचाया था लेकिन आज एक दुर्घटना में खुद उनकी जान ही चली गई.

कई लोगों की बचाई थी जान

Mumbai Road AccidentANI

चेतन कदम सी लिंक पर सुपरवाइजर थे और उन्होंने पहले कई लोगों को पुल से कूद कर आत्महत्या करने से रोका था. चेतन कदम के परिवार और दोस्तों के लिए यह समझना मुश्किल है कि जिस सड़क पर उन्होंने कई लोगों को बचाया था, उसी सड़क पर उनकी दुखद मृत्यु कैसे हो गई.

दस साल पहले मुंबई के वर्ली में एक कार दुर्घटना के दौरान चेतन ने एक लड़की की जान बचाई थी. इसी मौके पर उन्हें पुलिस द्वारा पहचान मिली थी. 2016 के एक सीसीटीवी फुटेज में उन्हें बांद्रा-वर्ली सी लिंक से फांसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास करने वाले एक व्यक्ति को रोकते हुए देखा गया था.

एक तेज रफ्तार कार ने ले ली जान

ChetanChetan/Facebook

बुधवार की सुबह 2.40 पर उन्हें एक कॉल आया. जिसमें बताया गया था कि एक कार टायर फटने की वजह से सी लिंक पर रेलिंग से टकरा गई है. दुर्भाग्य से चेतन के लिए ये कॉल उनके जीवन की अंतिम कॉल बन गई. चेतन मौके पर पहुंचे और यहां कुछ मिनट बाद ही एक दूसरी तेज गति वाली कार बचाव दल के छोटे समूह से जा टकराई, चेतन कदम भी 5 लोगों के इस समूह में शामिल थे.

चेतन के साथ काम करने वाले लोगों के अनुसार, वह उन लोगों को रोकने में माहिर थे, जो पुल से कूदने का मन बना कर आते थे. उन्हें तत्कालीन पुलिस आयुक्त अरूप पटनायक ने वर्ली में एक युवा लड़की की जान बचाने के लिए सम्मानित किया था. ये तब की बात है जब उन्होंने पहली बार नौकरी की शुरुआत की थी. इसके बाद उन्होंने कई लोगों की जान बचाने में मदद की. वह दुर्घटना के शिकार हुए घायल लोगों को क्षतिग्रस्त कारों से बाहर निकालने और उन्हें पास के अस्पतालों में सुरक्षित पहुंचाने में भी माहिर थे.

लिंक पर तैनात राजेंद्र सिंघल ने जब टोल प्लाजा को दुर्घटना के बारे में सूचित किया तो कदम, तोरास्कर, गजराज, सतेंद्र, टो ट्रक चालक कृष्णा यादव और साल्वे सहित छह लोगों की एक टीम अपनी एम्बुलेंस के साथ घटनास्थल पर पहुंची. बचाव कार्य के दौरान दूसरे वाहन उन्हें टक्कर मार दी. बाद में बीते बुधवार को, जैसे ही कदम के निधन की खबर फैली, उनका परिवार अपने घर प्रभादेवी से नायर अस्पताल में उनके पहुंचा जहां डॉक्टरों ने उन्हें पहले ही मृत घोषित कर दिया था. कदम के छोटे भाई प्रसाद को अस्पताल में जमा 25 से अधिक लोगों द्वारा सांत्वना दी गई.

लोगों की करते थे मदद

Keshav KadamFacebook

चेतन ने युग प्रवर्तक प्रतिष्ठान नामक एक गैर-लाभकारी संगठन की स्थापना की थी, जो मुफ्त एम्बुलेंस सेवाएं प्रदान करता है. इसके साथ ही वह एनसीपी की युवा शाखा के उपाध्यक्ष भी थे. चेतन कदम के साथ साथ इस दुर्घटना में 29 वर्षीय एम्बुलेंस चालक सोमनाथ साल्वे, 42 साल के टोल कलेक्टर गजराज सिंह, 35 वर्षीय सत्येंद्र सिंह और 40 साल के राजेंद्र सिंघल की मौत हो गई. तीनों टोल कर्मी उत्तर प्रदेश राज्य के थे.

कदम के एक सहयोगी हेमंत तोरास्कर सहित दस और लोग घायल हो गए हैं, जिनका लीलावती अस्पताल में इलाज चल रहा है.