नगर निगम चुनाव को लेकर भाजपा में बगावत शुरू हो गई है। पूर्व में भाजपा की पार्षद रही आरती चौहान ने पार्टी के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। पार्टी से टिकट न मिलने के चलते उन्होंने आजाद उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। सोमवार सुबह ही अपने समर्थकों के साथ आरती चौहान उपायुक्त कार्यालय पहुंची जहां सहायक आयुक्त के पास अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है।
आरती चौहान ने कहा कि भाजपा से टिकट के लिए आवेदन किया था, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर दूसरे वार्ड के रहने वाले व्यक्ति को उम्मीदवार टिकट दी है। जबकि वे इंजनघर वे सिमिट्री में रहते है। इस वार्ड में उन्होंने काफी विकास कार्य किए है। करोड़ों के काम किए इसके बावजूद पार्टी ने उनका टिकट काटा है। अन्य वार्डो में पार्टी ने पूर्व 6 पार्षदों को टिकट दिए है व उनका टिकट काट दिया है। जिसके चलते आजाद उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने जा रहे है। उन्होंने कहा कि वार्ड की जनता ही उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कह रही है। जनता के कहने पर चुनाव लड़ रहे है।
बता दें कि इंजनघर वार्ड इस बार अनारक्षित वार्ड है। हाल ही में शामिल हुए विकास थापटा को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है। जबकि इस वार्ड से भाजपा की ही पूर्व पार्षद आरती चौहान ने भी अपनी दावेदारी पेश की थी। लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दी जिसके चलते आरती ने आजाद उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन भर दिया है। ऐसे में इंजनघर वार्ड में भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती है।