सोलन में एमआरए डीएवी स्कूल ने पिछले कल विद्यार्थियों के परिजनों को सभी ड्यूज़ क्लीयर करने का नोटिस निकाला जिसमें कहा गया कि अगर वह सभी ड्यूज़ को क्लीयर नहीं करते हैं तो उनके बच्चों को एडमिट कार्ड नहीं दिया जाएगा जिस कारण वह परीक्षाओं में बैठ नहीं पाएंगे। यह नोटिस निकलते ही परिजनों के होश उड़ गए क्योंकि परिजन अभी तक समझ रहे थे कि स्कूल प्रबंधन द्वारा उनके ड्यूज़ माफ़ कर दिए गए हैं। लेकिन अब उनसे सभी तरह के चार्जिस मांगे जा रहे हैं। इस लिए परिजनों में भारी रोष नज़र आया। परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर आरोप जड़ा और कहा कि उनके द्वारा परिजनों को परीक्षा का डर दिखा कर पैसे निकालने का प्रयास किया जा रहा है जो सरासर ब्लैक मेलिंग है। इस के खिलाफ वह प्रदेश सरकार को शिकायत करेंगे और शिक्षा मंत्री से मिल कर उन्हें वास्तविकता की जानकारी देंगे।
रोष प्रकट करते हुए परिजनों ने कहा कि उनके बच्चों की सोमवार से परीक्षाएं हैं। इस समय उनकी तैयारी करवाने का समय था लेकिन स्कूल प्रबंधन द्वारा तुगलकी फरमान जारी कर उन्हें ब्लैक मेल किया जा रहा है। जिस से वह तो परेशान हुए ही है उनके बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है। उन्होंने बताया कि वह नियमानुसार स्कूल की फीस समय पर दे रहे थे। उनसे वर्ष भर फीस के अलावा स्कूल प्रबंधन ने कोई मांग नहीं की। लेकिन अब वर्ष के अंत में उनसे स्कूल प्रबंधन द्वारा ब्लैक मेल किया जा रहा है कि वह सारे भुगतान शुरू से लेकर अंत तक करें अन्यथा उनके बच्चों को परीक्षा में बैठने का एडमिट कार्ड नहीं दिया जाएगा। जिसके चलते वह बेहद चिंतित है। अगर स्कूल शुरुआत में ही भुगतान के लिए कह देता तो वह सारा वर्ष फीस के साथ ही भुगतान करते रहते। लेकिन अब एक साथ सभी पैसे की मांग करना जायज़ नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और शिक्षा मंत्री स्कूल फीस को लेकर अपना रुख साफ़ नहीं कर रहे हैं। जिस से लगता है कि निजी स्कूलों और प्रदेश सरकार के बीच सांठ गाँठ है इसी वजह से वह स्कूलों को लेकर कोई सख्त नियम नहीं बना रहे हैं।
मीडिया के आने के बाद स्कूल प्रबंधन ने परिजनों को यह आश्वासन दिया है कि बच्चों के पास बेशक एडमिट कार्ड नहीं होगा लेकिन उनकी परीक्षाओं में किसी भी तरह का खलल नहीं पड़ेगा। वह अपनी परीक्षाएं दे पाएंगे। लेकिन परिजनों को अपने ड्यूज़ क्लीयर करने ही होंगे।