बदलते मौसम और स्कूलों की छुट्टियां समाप्त होने के कारण अब तीर्थयात्रियों की संख्या में काफी कमी आई है। मई के मुकाबले अब करीब 50 फीसदी ही यात्री आ रहे हैं, लेकिन अब चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आने से पंजीकरण की ऑनलाइन पंजीकरण की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है।
चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आने से पंजीकरण में ढील दी गई है। अगर कोई यात्री ऑनलाइन पंजीकरण नहीं करा पाए तो भी वह यात्रा पर आ सकते हैं, उनका मौके पर ऑफलाइन पंजीकरण हो जाएगा। बदरी केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि इस बार चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गई थी।
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अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के आने के कारण व्यवस्था बनाने के लिए हर धाम में एक संख्या निर्धारित की गई थी। बदलते मौसम और स्कूलों की छुट्टियां समाप्त होने के कारण अब तीर्थयात्रियों की संख्या में काफी कमी आई है। मई के मुकाबले अब करीब 50 फीसदी ही यात्री आ रहे हैं। उधर, ऋषिकेश में पंजीकरण काउंटर पर सात हजार तीर्थ यात्रियों के स्लॉट पर मात्र तीन हजार यात्रियों का पंजीकरण हो रहा है।