रिलायंस की कंपनी जियोमार्ट में पिछले साल मार्च में गाजे-बाजे के साथ अपनी जियोमार्ट एक्सप्रेस शुरू की थी। इसे नवी मुंबई में लॉन्च किया गया था। 200 शहरों में इसे शुरू करने की योजना थी। लेकिन ईशा अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस रिटेल ने चुपचाप इस सर्विस को बंद कर दिया है।
नई दिल्ली: रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) की कंपनी जियोमार्ट (JioMart) ने अपनी क्विक कॉमर्स ग्रॉसरी डिलीवरी सर्विस जियोमार्ट एक्सप्रेस (JioMart Express) चुपचाप बंद कर दी है। कंपनी ने पिछले साल मार्च में यह सर्विस शुरू की थी और इसमें यूजर्स को 90 मिनट में सामान की डिलीवरी की जा रही थी। सूत्रों को मुताबिक इस सर्विस को बंद कर दिया गया है। यूजर जियोमार्ट एक्सप्रेस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड नहीं कर पा रहे हैं। साथ ही इसकी वेबसाइट भी एनएक्टिव है। इसे डाउनलोड करने पर यूजर्स को वॉट्सएप पर जियोमार्ट ट्राई करने को कहा जा रहा है। वॉट्सएप से जियोमार्ट पर ऑर्डर बुक करने पर डिलीवरी में कई घंटे या एक दिन का समय लग रहा है। यानी साफ है कि जियोमार्ट पर अब क्विक सर्विस डिलीवरी बंद हो चुकी है।
रिलायंस के जियो प्लेटफॉर्म्स ने वॉट्सएप की पेरेंट कंपनी मेटा इंक के साथ पार्टनरशिप की है। वॉट्सएप के जरिए जियोमार्ट पर ऑर्डर इसी का हिस्सा है। रिलायंस ने पिछले साल मार्च में नवी मुंबई में जियोमार्ट एक्सप्रेस लॉन्च किया था और इसे 200 शहरों में शुरू करने की योजना थी। एक सूत्र ने कहा कि जियोमार्ट इस तरह के बिजनस में नहीं रहना चाहती है। इसमें काफी नकदी झोंकनी पड़ती है। पिछले साल इस पर काफी हाइप हुआ था। इससे रिलायंस भी एक्सप्रेस डिलीवरी में कूद गई थी लेकिन यह आगे जारी नहीं रहेगी।
क्विक डिलीवरी में होड़
ईशा अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस रिटेल के एक प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि जियोमार्ट एक्सप्रेस एक पायलट प्रोजेक्ट था जिसे कुछ चुनिंदा यूजर्स के लिए शुरू किया गया था। कंपनी ने एक बयान में कहा कि ग्रॉसरी में कंपनी का डिजिटल कॉमर्स बिजनस विभिन्न रूपों में जारी रहेगा। जियोमार्ट अभी 350 से ज्यादा शहरों में मौजूद है। इसी तरह वॉट्सएप और मिल्कबास्केट के जरिए जियोमार्ट की सर्विस 35 से अधिक शहरों में है। इन सर्विसेज को बढ़ाया जा रहा है।
क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर निवेशकों की सख्त नजर है। इसकी वजह यह है कि इसमें भारी कैश झोंका जा रहा है। कई कंपनियों के बीच क्विक डिलीवरी को लेकर होड़ मची हुई है। इनमें स्विगी का Instamart, जोमैटो का Blinkit, बिगबास्केट का BB Now और जेप्टो शामिल है। रिलायंस रिटेल ने क्विक कॉमर्स स्टार्टअप Dunzo में भी भारी निवेश किया है। इस कंपनी ने पिछले महीने करीब तीन फीसदी कर्मचारियों को निकाल दिया था। साथ ही कॉस्ट पर लगाम लगाने के लिए कई बदलाव किए थे। जियोमार्ट की योजना एक्सप्रेस के लिए डुंजो के डिलीवरी फ्लीट का इस्तेमाल करने की योजना बनाई थी। लेकिन उसे इससे ज्यादा फायदा नहीं हुआ।