धर्मपुर में धर्मसंकट! भाई रजत ठाकुर को मिला टिकट तो बहन वंदना बोली-दिल्ली से टिकट मिल सकते हैं, वोट नहीं

शिमला.हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों का ऐलान और टिकट आवंटन के बाद अब विद्रोह के स्वर भी उठने लगे हैं. कई सीटों पर टिकट ना मिलने पर नेताओं ने आजाद लड़ने का ऐलान कर दिया है. मंडी जिले की हॉट सीट पर धर्मपुर से भी कुछ हद तक नाराजगी देखने को मिल रही है. यहां से मौजूद मंत्री महेंद्र सिंह के बेटे रजत ठाकुर को टिकट दिया गया है. लेकिन कहीं ना कहीं उनकी बहन ने इसका नाराजगी जताई है. क्योंकि वह भी धर्मपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहती थी. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये एक पोस्ट किया है, जिसमें उनकी नाराजगी साफ झलक रही हैं.

बता दें कि वंदना ठाकुर मंडी जिला परिषद की सदस्य हैं. इसके अलावा, भाजपा महिला मोर्चा की महामंत्री भी हैं. वह भी चुनाव लड़ने की इच्छुक हैं लेकिन महेंद्र सिंह ने बेटी के बजाय बेटे को टिकट दिलवाया है.
मंगलवार देर रात को ही भाजपा के टिकट फाइनल हो गए थे. हालांकि, ऐलान बुधवार सुबह किया गया है. मंगलवार देर रात को वंदना ने फेसबुक पोस्ट पर लिखा कि दिल्ली से टिकट मिल सकते हैं, लेकिन वोट नहीं.लगातार इससे पहले भी वंदना और रजत के बीच खींचतान की खबरें उठती रही हैं. हालांकि, अब उन्हें टिकट नहीं मिला है. बता दें कि रजत ठाकुर बीते छह महीने से ही चुनावी प्रचार में जुटे हुए थे. वह लगातार विधानसभा क्षेत्र के दौरे कर रहे थे.

महेंद्र सिंह का गढ़ है यह सीट
बता दें कि धर्मपुर सीट महेंद्र सिंह का गढ़ है और वह बीते सात चुनाव यहां से लगातार जीतते आ रहे हैं. 1990 से लेकर 2017 तक उन्हें इस सीट से जीत मिली है. वह आजाद, कांग्रेस और भाजपा की तरफ से यहां से मैदान में उतरे और जीते हैं. महेंद्र सिंह तीन बार मंत्री भी रहे हैं. साल 1998 में वह पहली बार मंत्री बने थे. अब उन्होंने बेटे के लिए यह सीट छोड़ दी है. उनकी उम्र अब 73 साल के करीब हो गई है.