गगरेट विधानसभा क्षेत्र के समाजसेवी मनीष शारदा ने जन सम्पर्क अभियान के तहत बैठकें की और लोगों के साथ विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि क्षेत्र के लोगों बार बार टीसीपी से बाहर निकालने के वायदे किये जा रहे हैं कभी केबिनेट तो कभी मंत्री जी जनता को झूठे आश्वासन दे रहे हैं परन्तु जनता अपनी जमीन पर अपना मकान बनाने के लिये दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. उन्होंने सरकार इस इस विषय पर शीघ्र अति शीघ्र निर्णय लें और गाँवों को टीसीपी से बाहर किया जाये. उन्होंने कहा कि जनता की आवाज़ दबाने प्रलोभन देकर उनकी आवाज़ दबाई जा रही है परन्तु जनता अब इन ढकोसलो में नही आने वाली और आने वाले समय में इसका जवाब देगी. जहाँ क्षेत्र में अधिकारी सरकार के दवाब में काम कर रहे है और आम जनता की आवाज़ को दबाया जा रहा है. उन्होंने कहा की कुछ छुटभैया नेताओं को जनता की सुविधाओं का लाभ दिया जा रहा है और आम आदमी तथा किसान अपने हित की लड़ाई लड़ने को मजबूर है परन्तु अधिकारीयों द्वारा जनता की आवाज़ को दबाया जा रहा है जिसका जवाब आने वाले समय में दिया जायेगा. उन्होंने निजीकरण पर भी सवाल उठाये और कहा कि केंद्र सरकार निजीकरण के नाम पर केंद्र सरकार जनता को गुमराह कर रही है. यह सब, कुछ कंपनियों का एकाधिकार (मोनोपॉली) बनाने के लिए किया जा रहा है। जैसे ही इनका एकाधिकार बढ़ेगा, वैसे ही रोजगार कम होगा और डिग्रीधारक बेरोजगारों की तादाद बढ़ेगी.
2022-02-27