Jacinda Ardern Coronavirus Strategy : न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न को ऐसी नेता के रूप में जाना जाता था जो देश में एक कोरोना केस मिलने पर भी सख्त लॉकडाउन लगा देती थीं। इस सख्ती के लिए दुनिया ने तालियां बजाई थीं लेकिन देश में उनकी आलोचना भी हुई थी।
ऑकलैंड : न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न अगले महीने अपने पद से इस्तीफा दे देंगी। उन्होंने घोषणा की है कि वह इस साल होने वाले आम चुनावों में हिस्सा नहीं लेंगी। अर्डर्न ने गुरुवार को नेपियर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आगामी 7 फरवरी प्रधानमंत्री कार्यालय में उनका आखिरी दिन होगा। अपने इस्तीफे की घोषणा करते हुए जैसिंडा भावुक हो गईं और उनकी आंखों में आंसू देखे गए। उन्होंने कहा कि मैं यह पद इसलिए नहीं छोड़ रही हूं क्योंकि यह बहुत मुश्किल है। अगर ऐसा होता तो मैं दो महीने में ही निकल गई होती।
जैसिंडा ने कहा, ‘मैं इसे छोड़ रही हूं क्योंकि इस तरह के विशेषाधिकार वाली भूमिका के साथ जिम्मेदारी आती है। जिम्मेदारी यह जानने की कि कब नेतृत्व करने के लिए सही व्यक्ति हैं और कब नहीं।’ उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि इस जॉब को क्या चाहिए और मैं अब न्याय करने में सक्षम नहीं हूं। बस इतनी सी बात है। अर्डर्न 2017 में एक गठबंधन सरकार में प्रधानमंत्री बनी थीं। वह साल कठिन चुनाव अभियान का सामना करने वाली थीं लेकिन अब उन्होंने चुनाव न लड़ने का ऐलान किया है।
कोरोना को रोकने में हुई कामयाब
दो साल पहले हुए चुनाव में जैसिंडा की लिबरल लेबर पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। लेकिन हाल के पोल उनकी पार्टी को बाी प्रतिद्वंद्वियों से पीछे दिखा रही थी। जैसिंडा अर्डर्न की कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए पूरी दुनिया में सराहना की गई थी। उन्होंने महीनों तक वायरस को देश की सीमाओं में घुसने नहीं दिया था। हालांकि नए वेरिएंट्स सामने आने और वैक्सीन उपलब्ध होने के बाद न्यूजीलैंड ने अपनी जीरो-टॉलेरेंस रणनीति को त्याग दिया था।
14 अक्टूबर को होंगे चुनाव
अपनी सख्त नीतियों के लिए घरेलू स्तर पर उन्हें कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था। अर्डर्न ने दिसंबर में घोषणा की कि एक रॉयल कमीशन ऑफ इंक्वायरी इस बात पर गौर करेगी कि क्या कोरोना से लड़ाई में सरकार ने सही फैसले लिए और इससे भविष्य की संभावित महामारियों के लिए कैसे बेहतर तैयारी की जा सकती है? इसकी रिपोर्ट अगले साल आनी है। अर्डर्न ने गुरुवार को कहा कि आम चुनाव 14 अक्टूबर को होंगे।