यूक्रेन से तो लौट आए…अब पढ़ाई में हो रही मुश्किल, हिमाचल के CM से मदद की गुहार

यूक्रेन से वापिस लौटे स्टूडेंट्स के सामने अब अपनी अधूरी पढ़ाई को पूरा करने की चिंता सताने लग गई है। अपनी इसी समस्या को लेकर ये स्टूडेंट्स बीती शाम को सर्किट हाउस मंडी में सीएम जयराम ठाकुर से मिले और अपनी बात रखी।

यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही मंडी की साहा परमार, विभूति ठाकुर और केतन वैद्य सहित अन्य स्टूडेंट्स ने बताया कि उनकी यूक्रेन से ऑनलाइन कक्षाएं तो चल रही हैं, लेकिन एमबीबीएस की पढ़ाई ऑनलाइन नहीं हो पा रही है। दूसरा वहां पर जो हालात हैं उसके चलते पढ़ाने वालों की मनोस्थिति भी ठीक नहीं। इसके साथ ही किसी भी प्रकार का प्रेक्टिकल वर्क भी नहीं हो पा रहा है जोकि बहुत जरूरी होता है।

अब दोबारा यूक्रेन जाने की संभावना भी नहीं है, क्योंकि वहां पर अभी भी युद्ध जारी है। ऐसे में इन्होंने सीएम जयराम ठाकुर से मांग रखी है कि इनकी अधूरी पढ़ाई को यहां पूरा करवाया जाए। जो स्टूडेंट जिस सेमेस्टर से पढ़ाई छोड़कर आया है, उसे यहां पर उसी सेमेस्टर में दाखिला दिया जाए, ताकि वो अपनी अधूरी पढ़ाई को पूरा कर सके।

वहीं दूसरी तरफ इन स्टूडेंट्स के अभिभावक भी अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं। अभिभावक ममता परमार ने बताया कि यदि सरकार ने समय रहते कोई कदम नहीं उठाया तो फिर बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ सकता है। इसके साथ ही इन्होंने यूक्रेन में युद्ध के हालातों के दौरान बच्चों को सुरक्षित घर वापिस लाने के लिए राज्य की जयराम सरकार और केंद्र की मोदी सरकार का आभार भी जताया है। क्योंकि सरकार के प्रयासों से ही आज बच्चे सुरक्षित घर पहुंच पाए हैं।

वहीं इन बच्चों और अभिभावकों से बातचीत के दौरान सीएम जयराम ठाकुर ने इन्हें भविष्य में सरकार की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।