यूक्रेन से सुरक्षित लौट तो आए पर भविष्य पर मंडराया खतरा, समस्याएं लेकर मंत्री राजेंद्र गर्ग से मिले छात्र-अभिभावक

विदेश में चल रहे युद्ध में फंसे बच्चे सकुशल अपने घर वापस लौट आए हैं। सोमवार को अभिभावकों सहित प्रदेश सरकार में से घुमारवीं में मिले। उन्होंने कहा कि बच्चों की पढ़ाई पर संकट की घड़ी है। इस कठिन समय खाद्य मंत्री ने साथ देने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। यूक्रेन से वापस लौटे छात्रों जीवंतिका शर्मा, हिमांशु राणा, गीतिका राणा, आशीष शर्मा, विवेक चंदेल व विपुल सोनी सहित अन्यों ने बताया कि यूक्रेन में चल रहे युद्ध में वह बुरी तरह से फंस गए थे, वहां उनके लिए बहुत कठिन समय था, लेकिन भारत सरकार के चलाए गए आपरेशन गंगा के तहत ही वह अपने घर सुरक्षितृ लौट आए हैं।
अभिभावकों में शामिल संजय कौशल, अशोक सोनी, राजेश कुमार, राम स्वरूप, नरेश, रवि शर्मा व भूपेंद्र गुलेरिया ने बताया कि संकट की इस घड़ी में खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेंद्र गर्ग ने उनकी हौंसला अफजाई की तथा सरकार के चलाए गए इस अभियान के तहत पल-पल अपडेट लेते रहे उनसे तथा उनके बच्चों के साथ लगातार संपर्क में रहे, जिसे उन्हें काफी सहारा मिला। उन्होंने खाद्य आपूर्ति मंत्री से मांग की कि यूक्रेन से वापस एम.बी.बी.एस.स्टूडेंट्स को देश में ही एडमिशन प्रदान करें। बच्चों की पढ़ाई का प्रेक्टिकल वर्क यहां पर भी शुरु हो सके। भारत ने यूक्रेन में फंसे भारतीयों के साथ ही बांग्लादेश, नेपाल और ट्यूनीशिया के नागरिकों को भी वहां खतरे की घड़ी से बाहर निकाला।