कन्हैयालाल हत्याकांड में दो मौलवियों और दो वकील भी शामिल थे। वहीं हत्याकांड में शामिल गौस के साथ दो अन्य आरोपी भी पाकिस्तान गए थे।
उदयपुर हत्याकांड की एनआईए जांच कर रही हैं। जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। हत्याकांड की साजिश में दो मौलाना और दो वकील भी शामिल थे, जिसके बाद उन्हें हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिए गए उदयपुर के दोनों मौलानाओं रियासत हुसैन और अब्दुल रज्जाक ने ही दावत-ए-इस्लामी की ट्रेनिंग के लिए कन्हैयालाल के हत्यारे मुहम्मद गौस को पाकिस्तान भेजा था। उसके साथ ही वसीम अत्तारी और अख्तार रजा भी पाकिस्तान गए थे।
कन्हैया की दुकान से 500 मीटर दूर की गई हत्या की साजिश
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार कन्हैयालाल की दुकान से महज 500 मीटर दूर ही उसके हत्या की साजिश रची गई। मोहसिन की दुकान और पड़ोस में आसिफ के कमरे पर हत्या का प्लान बनाया गया। हत्याकांड से पहले आरोपियों की एक बैठक हुई थी। बैठक में रियाज, मोहम्मद गौस, आसिफ और मोहसिन शामिल हुए। बैठक में रियाज अत्तारी को कन्हैयालाल को मारने का काम सौंपा गया।