आजादी के मतवाले शहीद भगत सिंह के बलिदान की कहानियां हम और आप बचपन से सुनते और पढ़ते आए. 28 सितंबर 1907 को लायलपुर जिले के बंगा में (जो अब पाकिस्तान में है) पैदा हुए भगत सिंह महज 23 वर्ष की छोटी-सी उम्र में हंसते-हंसते देश के लिए फंसी के फंदे पर झूल गए और हमेशा के लिए अमर हो गए.
भगत सिंह के जीवन को नजदीक से देखे तो पता चलता है कि वो बम फेंककर नहीं, बल्कि अपने विचारों से क्रांतिकारी बने. 23 की उम्र में वह जो कुछ लिख गए, उसमें उनकी सोच पता चलती है. यही कारण है कि भगत सिंह के जन्मदिन पर हम आपके लिए उनके 13 क्रांतिकारी विचारों का एक संकलन लेकर आए हैं:
आजादी के मतवाले शहीद भगत सिंह के बलिदान की कहानियां हम और आप बचपन से सुनते और पढ़ते आए. 28 सितंबर 1907 को लायलपुर जिले के बंगा में (जो अब पाकिस्तान में है) पैदा हुए भगत सिंह महज 23 वर्ष की छोटी-सी उम्र में हंसते-हंसते देश के लिए फंसी के फंदे पर झूल गए और हमेशा के लिए अमर हो गए.