एमपी के रीवा शहर में गुरुवार को ्फरा तफरी मच गई जब पता चला कि पुराने बस स्टैंड में बम हैय़ बस स्टैंड में मौजूद यात्री यहां-वहां भागने लगे। पुलिस औप बम स्क्वाड की टीमें मौके पर पहुंची और बम को डिफ्यूज करने में लग गई। जिस सूटकेस में बम रखे होने की सूचना मिली थी, उसमें वायर और कंडेंसर मिला, लेकिन बारूद नहीं।
हाइलाइट्स
- रीवा के पुराने बस स्टैंड पर बम की खबर से मची अफरा तफरी
- पुलिस और बम स्क्वाड को मिला वायर ओर कंडेंसर से भरा सूटकेस
- एसपी ने बनाई थी मॉक ड्रिल की योजना, खुलासे के बाद लोगों ने ली राहत की सांस
एसपी दरअसल यह पता लगाना चाहती थीं कि ऐसी घटनाओं से निबटने के लिए पुलिस विभाग कितना तैयार है। उन्होंने गोपनीय योजना बनाई और बड़े ही गुप्त तरीके मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
रीवा शहर के पुराने रेवांचल बस स्टैंड पर रोजाना हजारों यात्रियों का आना जाना रहता है। बस स्टैंड में जैसे ही बम होने की सूचना मिली, अफरा-तफरी मच गई। बस स्टैंड के यात्री प्रतीक्षालय में एक लावारिस सूटकेस मिलने की सूचना सिविल लाइन थाना पुलिस को कंट्रोल रूम से मिली थी। आनन फानन में सिविल लाइन थाना पुलिस और बम स्क्वाड टीम मौके पर पहुंच गई। बम स्क्वाड की टीम ने सूटकेस का परीक्षण कर जब उसे खोला तो उसके अंदर से वायर और कंडेंसर सहित अन्य इलेक्ट्रिक समान मिले। सूटकेस के अंदर किसी भी तरह का बारूद नहीं मिला। इसके बाद पुलिस और आम लोगों ने चैन की सांस ली।
माना जा रहा था कि असामाजिक तत्वों ने दहशत फैलाने के उद्देश्य से यह काम किया है। बाद में खुलासा हुआ कि यह पुलिस की मॉक ड्रिल का हिस्सा था। खुद एसपी ने बताया कि विभाग की तैयारियों व मुस्तैदी का जायजा लेने के लिए एक गुप्त योजना के तहत यह मॉक ड्रिल किया गया। इसकी जानकारी एसपी नवनीत भसीन और एडिशनल एसपी अनिल सोनकर के अलावा किसी को नहीं थी।
एसपी के निर्देश पर ही पुराने बस स्टैंड के यात्री प्रतीक्षालय में सूटकेस रखवाया गया था और पुलिस कंट्रोल रूम के माध्यम से सिविल लाइन थाना को बम रखे होने की सूचना दी गई थी। एसपी ने कहा कि आगे भी इस तरह के मॉक ड्रिल आयोजित किए जाएंगे।