9वीं फेल हैं रिंकू सिंह, कांटों से भरा रहा है KKR के नए बैकबोन का सफर, मार-मार कर RCB का उड़ाया गर्दा

Rinku Singh vs RCB: कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए रिंकू सिंह ने एक बार फिर बेहतरीन बल्लेबाजी की। यूपी के इस बल्लेबाज ने दबाव में आकर सूझबूझ भरी पारी खेली। मौका मिलने पर उन्होंने मोहम्मद सिराज और हर्षल पटेल जैसे इंटरनेशनल गेंदबाजों की कुटाई भी की।

Rinku Singh Struggle Story: कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ आईपीएल 2023 में अपना दूसरा खेली। बैंगलोर के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी करना का फैसला किया। अपने घरेलू मैदान पर केकेआर की टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी। एक छोर से रहमानुल्लाह गुरबाज ने तेजी से रन बनाए लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे। 12वें ओवर में 89 के स्कोर पर आंद्रे रसेल का विकेट गिरा। इसके बाद लगा कि केकेआर 150 तक भी नहीं पहुंच पाएगी।

रिंकू और शार्दुल में शतकीय साझेदारी

5 विकेट गिरने के बाद रिंकू सिंह और शार्दुल ठाकुर ने पारी संभाली। शार्दुल जहां तेजी से रन बना रहे थे। तो रिंकू जिम्मेदारी से खेले। यूपी के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले बाएं हाथ के बल्लेबाज रिंकू एक समय 25 गेंद पर 23 रन बनाकर खेल रहे हैं। लेकिन फिर उन्होंने अपना गियर बदला। 18वें ओवर में मोहम्मद सिराज को बीमर पर उन्होंने छक्का मार दिया। गेंद कमर के ऊपर थी और रिंकू ने इसे विकेटकीपर से पीछे छक्के के लिए भेजा।

हर्षल पटेल को कूटा

19वां ओवर हर्षल पटेल लेकर आए। दूसरी गेंद पर रिंकू ने चौका मारा। इसके बाद तीसरी गेंद को डीप मिड विकेट पर छक्का मारा। रिंकू यहीं नहीं रुके। चौथी गेंद को फ्लैट छक्के के लिए भेजा। गेंद ऑफ स्टंप के बाहर थी। लेकिन रिंकू ने उसे लॉन्ग ऑन के रूप में बाउंड्री के बाहर भेज दिया। 33 गेंदों की अपनी पारी में उन्होंने 2 चौके और 3 छक्कों की मदद से 46 रन बनाए। शार्दुल के साथ उन्होंने छठे विकेट के लिए 103 रनों की साझेदारी बनाई। रिंकू का एक छक्का 101 मीटर लंबा था।

क्रिकेट खेलने के लिए मारते थे पिता

रिंकू सिंह के लिए आईपीएल तक का सफर आसान नहीं था। उनके पिता सिलेंडर डिलीवरी करते थे और भाई ऑटो रिक्शा चलता था। उनके 5 भाई-बहन हैं। रिंकू पढ़ाई में भी अच्छे नहीं थे और एक बार बताया था किवे 9वीं फेल हैं। रिंकू के अनुसार पिता क्रिकेट खेलने के लिए मारते भी थे, लेकिन जब उन्होंने बाइक जीती तो पिता ने मारना बंद कर दिया। उसी बाइक से उनके पिता सिलेंडर डिलीवरी के लिए जाने लगे।