1985 के एयर-इंडिया कनिष्क बम विस्फोट मामले में अभियुक्त रहे सिख नेता रिपुदमन सिंह मलिक की कनाडा में गोली मारकर हत्या कर दी गई है.
रिपुदमन सिंह का नाम साल 1985 के बम विस्फोट मामले में सामने आया था. इस धमाके में 329 लोगों की जान चली गई थी.
कनाडा की पुलिस ने उनकी हत्या की पुष्टि की है. पुलिस के मुताबिक़, कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सुरे शहर में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई.
1985 में हुए इस हादसे में रिपुदमन के अलावा एक अन्य अभियुक्त अजायब सिंह बागड़ी का नाम भी सामने आया था.
कनिष्क हादसा
23 जून 1985 को दिल्ली से वैंकूवर जा रहे एयर इंडिया के कनिष्क विमान में विस्फोट हुआ था और इसमें सवार सभी 329 लोग मारे गए थे.
कनिष्क विमान में लगाया बम उस समय फटा जब विमान आयरलैंड के पश्चिमी तट के ऊपर उड़ रहा था.
कनिष्क विमान हादसे को यात्री विमान में विस्फोट की सबसे बड़ी घटना माना जाता है.
विमान में हुए बम विस्फोट में मारे गए अधिकतर कनाडा में बसे वे लोग थे जो अपने रिश्तेदारों से मिलने भारत जा रहे थे. मारे गए 329 लोगों में 60 से ज़्यादा बच्चे भी थे.
इस विस्फोट के लिए कनाडा में बस चुके दो लोगों अजायब सिंह बागड़ी और रिपुदमन सिंह मलिक को प्रमुख अभियुक्त बनाया गया था.
अभियोजन पक्ष का कहना है दोनों अभियुक्त सिखों के अलगाववादी आंदोलन से जुड़े थे.
ये लोग 1984 में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में भारतीय सेना के प्रवेश की घटना का बदला लेना चाहते थे.