Rishabh Pant Brisbane Practice Match vs AUS: जिस ब्रिसबेन गाबा में पिछले वर्ष हीरो बने थे ऋषभ पंत उसी मैदान पर उन्हें मैच नहीं खिलाया गया। टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया का गरूर तोड़ने वाले पंत को एकबार फिर बेंच पर बैठना पड़ा। यह युवा विकेटकीपर के लिए वाकई मुश्किल समय है।
ब्रिसबेन: मौजूदा दौर के सबसे होनहार क्रिकेटरों में से एक माने जाने वाले ऋषभ पंत के लिए लिमिटेड ओवरों की क्रिकेट में 2022 का साल कुछ ज्यादा बेहतर नहीं रहा है। एशिया कप 2022 में भी वह अंदर-बाहर होते रहे। दिनेश कार्तिक की वापसी हुई तो उनकी मुश्किल और भी बढ़ गई हैं। टी-20 वर्ल्ड कप से ठीक पहले प्रैक्टिस मैच को ही ले लीजिए। इसमें ऋषभ पंत को प्लेइंग इलेवन में नहीं रखा गया है, जबकि आईपीएल में धूम मचाने के बाद टीम में वापसी करने वाले दिनेश कार्तिक को जगह मिली है।
कोहली की गैरमौजूदगी में दिलाई थी जीत
इसी ऑस्ट्रेलिया में ऋषभ पंत सबसे बड़े मैच विनर बनकर उभरे थे। विराट कोहली की गैर मौजूदगी में जब टीम इंडिया यहां 2020-2021 में टेस्ट सीरीज खेल रही थी तो पंत ने इसी ब्रिसबेन गाबा मैदान पर नाबाद 89 रन ठोकते हुए आखिरी दिन भारत को टेस्ट मैच जितवाया था। भारत ने 329 रन बनाते हुए इतिहास रचा था। कंगारुओं का गुरूर तोड़ते हुए भारत ने 2-1 से सीरीज अपने नाम की थी।
उनसे बड़ा हीरो और कोई नहीं होगा
इस मैच के बाद पंत को लेकर कहा जाने लगा था कि उनसे बड़ा मैच विनर कोई नहीं होगा। इतनी कम उम्र में ऑस्ट्रेलिया में जाकर एक के बाद एक कई मैच विनिंग पारियां खेलने के बाद वह हीरो बन गए थे। इसके बाद उनसे वनडे और टी-20 में भी उसी तरह के प्रदर्शन की अपेक्षा थी, लेकिन वह टेस्ट की फॉर्म को तीनों फॉर्मेट में दोहरा नहीं सके। यही वजह है कि एशिया कप में वह अंदर-बाहर होते रहे, जबकि पहले प्रैक्टिस मैच में उन्हें बैटिंग का मौका नहीं मिला।
दिनेश कार्तिक पर अधिक भरोसा
यह किसी भी खिलाड़ी के लिए अचरज की बात होगी कि जिस मैदान पर वह मैच विनर बना हो उसी मैदान पर उसे टीम में नहीं रखा जाए। रोहित शर्मा ने मैच से पहले कहा था कि उन्हें पता है कि प्लेइंग इलेवन में कौन से 11 खिलाड़ी खेलेंगे। निदाहास ट्रॉफी की आखिरी गेंद पर छक्का उड़ाकर टीम इंडिया को चैंपियन बनाने वाले दिनेश कार्तिक पर वह कहीं अधिक भरोसा करते नजर आ रहे हैं।