Rishabh Pant Accident: भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत 30 दिसंबर को दिल्ली से उत्तराखंड जाते समय एक्सिडेंट हो गया था। हादसे में उनकी कार इतनी तेजी से डिवाइडर से टकराई थी कि उसमें आग लग गई। उस समय घटनास्थल पर मौजूद हरियाणा रोडवेज की बस के ड्राइवर और कंडक्टर समेत कुछ लोगों ने पंत को जलती कार से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया था।
देहरादून: उत्तराखंड पुलिस क्रिकेटर ऋषभ पंत (Rishabh Pant news) की मदद करने वालों के नाम-पते नोट कर रही है। पिछले सप्ताह 30 दिसंबर को ऋषभ पंत का उस समय एक्सिडेंट (Rishabh Pant Accident) हो गया था जब वह अपनी मां से मिलने दिल्ली से उत्तराखंड जा रहे थे। पंत की कार भयानक हादसे का शिकार हो गई थी। उस समय मौके पर मौजूद लोगों ने अगर पंत की मदद न की होती तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी। इसके बाद पुलिस ने ऐलान किया था कि पंत की मदद करने वालों को 26 जनवरी को सम्मानित किया जाएगा।
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने मंगलवार को बताया कि हरियाणा रोडवेज के बस ड्राइवर सुशील कुमार और कंडक्टर परमजीत नैन समेत उन लोगों के नाम-पते नोट किए जा रहे हैं जिन्होंने ऋषभ पंत की जान बचाई। डीजीपी ने बताया, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहले ही इस बारे में ऐलान कर चुके हैं।
पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को कहा था, बस के ड्राइवर और कंडक्टर ने ऋषभ पंत की जिंदगी बचाने के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी। पंत की कार कई बार पलटने के बाद उनकी आंखों के सामने ही आग की लपटों में घिर गई। इसके बाद भी हरियाणा रोडवेज के इन कर्मचारियों ने बहादुरी का परिचय देते हुए ऐसे इमरजेंसी हालात को काबू में कर लिया।
इससे पहले राज्य की पुलिस भारत सरकार की ‘गुड सेमेरिटन’ (Good Samaritan) स्कीम का उल्लेख करते हुए कह चुकी है कि पंत की मदद को आगे आए तमाम लोगों ो इस स्कीम के तहत सम्मानित किया जाएगा।