Rishabh Pant: बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले मैच के लिए भारत ने अपनी टीम का ऐलान कर दिया है। इस टीम में ऋषभ पंत का नाम शामिल नहीं है। पंत का इस साल टेस्ट में दमदार प्रदर्शन रहा है लेकिन लिमिटेड ओवरों में लगातार गिरते फॉर्म और खराब फिटनेस के कारण अब टेस्ट टीम से उनकी छुट्टी हो गई है।
नई दिल्ली: टीम इंडिया के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के सितारे इन दिनों गर्दिश में हैं। लगातार खराब फॉर्म के कारण पंत को वनडे के बाद अब टेस्ट टीम से भी ड्रॉप कर दिया गया है। बांग्लादेश दौरे पर पंत को टेस्ट टीम में शामिल नहीं किया गया है। इसके साथ ही पंत के हाथों से टेस्ट टीम की उप कप्तानी भी चली गई। हालांकि यह उनके खराब फॉर्म और बल्लेबाजी में लगातार फ्लॉप होने के कारण हुआ है लेकिन सबसे बड़ा सवाल तो यह निकलकर सामने आता है कि आखिर टैलेंट का पावरहाउस कहे जाने वाले ऋषभ पंत के इस हालत का जिम्मेदार कौन है।
यह वही ऋषभ पंत हैं जिन्हें टीम इंडिया में धोनी का उत्तराधिकारी माना जाता था। यह वही ऋषभ पंत हैं जब ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया के बड़े-बड़े दिग्गजों ने घुटने टेक दिए तो अकेले दम पर विरोधी की जबड़े से जीत को छीन लिया गया था। इन दमदार प्रदर्शन के बावजूद उनके खेल का ग्राफ ऊपर बढ़ने के बजाय लगातार नीचे ही गया है। ऐसे में अब उनकी हालत ऐसी हो गई है कि टीम में भी उनकी जगह नहीं बन पा रही है।
कौन है पंत की बर्बादी का जिम्मेदार
ऋषभ पंत की छवि एक विस्फोटक बल्लेबाज की रही है। टीम को भी उनसे यही उम्मीद रहती है कि वह पहली ही गेंद आक्रमण करें लेकिन हाल फिलहाल के दिनों में ऐसा क्यों नहीं कर पा रहे हैं। आखिर इसका जिम्मेदार कौन है। इसमे कोई शक नहीं है कि पंत के फॉर्म का स्तर काफी नीचे गया है। इसके साथ-साथ उनकी फिटनेस भी काफी खराब हो चुकी है। उनकी शारीरिक चाल ढाल से यह साफ देखा जा सकता है।
ऐसे में क्या टीम मैनेजमेंट की यह जिम्मेदारी नहीं बनती है कि पंत के फिटनेस पर भी ध्यान देना चाहिए। ऐसा तो बिल्कुल भी नहीं हो सकता है कि पंत जिस स्थिति में आज पहुंचे हैं वह एक या दो दिन में हुआ होगा। पंत लगातार टीम इंडिया के लिए खेल रहे हैं और उनके खराब फॉर्म और फिटनेस पर भी मैनेजमेंट की नजर रही होगी लेकिन उस पर उन्होंने क्या काम किया यह एक बड़ा सवाल है। ऐसे में यह साफ है पंत अपनी खराब फॉर्म के लिए जितना खुद जिम्मेदार हैं उतना टीम मैनेजमेंट को भी होना चाहिए।
बल्लेबाजी क्रम में नहीं रहे हैं स्थिर
ऋषभ पंत एक ऐसे बल्लेबाज के रूप में भी जाने जाते हैं जो वह किसी भी नंबर पर आकर ताबड़तोड़ खेल सकते हैं। यही कारण है कि उनके बल्लेबाजी क्रम में कभी भी स्थिरता नहीं आ सकी है। हालांकि हाल के कुछ मुकाबलों में उनके टॉप ऑर्डर में भी खेलने के लिए भेजा लगाया लेकिन वह अपनी उम्मीदों पर खड़े नहीं उतर सके। हालांकि टेस्ट क्रिकेट में पंत मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हुए बहुत ही किया है लेकिन लिमिटेड ओवरों में वह काफी संघर्ष करते हुए दिखे।
साल 2022 में पंत का खेल
ऋषभ पंत टीम इंडिया के लिए अब तक कुल 31 टेस्ट, 30 वनडे और 66 टी20 मैच खेल चुके हैं। टेस्ट क्रिकेट में पंत के नाम 2123 रन बनाए हैं जिसमें उन्होंने पांच शतक लगाए हैं। इसके अलावा वनडे फॉर्मेट में उनके नाम 865 और 987 रन दर्ज है। पंत टीम इंडिया के ऐसे खिलाड़ियों में से शामिल थे जिन्हें लगातार तीनों फॉर्मेट में खेलने का मौका मिल रहा था। पंत का इस साल वनडे में रिकॉर्ड को देखें तो उन्होंने कुल 12 मैच खेले जिसमें उन्होंने एक शतक के साथ 37.33 की औसत से 336 रन बनाए।
वहीं टी20 फॉर्मेट में इस साल पंत 25 टी20 मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 21.41 की औसत से 364 रन बनाए हैं। ऐसे में उनके इस आंकड़े पर नजर डालें तो जिस तरह की बल्लेबाजी के लिए वह जाने जाते हैं उनसे यह बिल्कुल भी मेल नहीं खाता है।
वहीं टेस्ट क्रिकेट में पंत के खेल पर नजर डाले तो वह वनडे और टी20 से कहीं बेहतर रहा है। टेस्ट क्रिकेट में पंत इस साल कुल 5 मैचों में मैदान पर उतरे जिसमें उन्होंने 66.50 की औसत से 532 रन बनाए जिसमें दो शतक भी शामिल है। हालांकि इसके बावजूद उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मौका नहीं दिया गया है।
उप कप्तानी से भी हुई छुट्टी
बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में रोहित शर्मा चोटिल होने के कारण पहले मैच में नहीं खेलेंगे। उनकी जगह केएल राहुल टीम की कप्तानी करेंगे। वहीं सीनियर बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को टीम का उप कप्तान बनाया गया है। इससे पहले पंत टेस्ट टीम में उप कप्तान थे।
भारतीय टीम जब जुलाई में इंग्लैंड दौरे पर एक टेस्ट खेला था। कप्तान रोहित शर्मा को कोरोना हो गया था। केएल राहुल चोट की वजह से दौरे का हिस्सा नहीं थे। ऐसे में कप्तानी की जिम्मेदारी जसप्रीत बुमराह को मिली। वहीं युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को उप कप्तान बनाया गया था। पुजारा उस टीम में थे लेकिन उन्हें नहीं चुना गया। उससे पहले दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टी20 सीरीज में पंत टीम के कप्तान भी थे।
वहीं अब टी20 में रोहित और राहुल के नहीं होने पर हार्दिक कप्तानी कर रहे हैं। इसके साथ ही पंत के हाथ से टेस्ट की उपकप्तानी भी चली गई है। फॉर्म भी उनके साथ नहीं है। वनडे और टी20 टीम में उनके होने पर भी सवाल उठने लगे हैं।