कहावत है कि क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है, लेकिन यह कहावत मैच के परिणाम को लेकर कही जाती है खिलाड़ियों को लेकर नहीं.
इसके बावजूद यह कहावत बुधवार को भारतीय खिलाड़ियों पर तब सही साबित हुई जब अचानक ख़बर आई कि दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ होने वाली पाँच टी-20 मैचों की सिरीज़ से पहले कप्तान केएल राहुल और स्पिनर कुलदीप सिंह चोटिल होकर टीम से बाहर हो गए है.
केएल राहुल की मांसपेशियों में खिंचाव हुआ है तो कुलदीप यादव के दाएँ हाथ में चोट लगी है. अब दोनों को नेशनल क्रिकेट अकादमी बेंगलुरु भेजा जाएगा.
वैसे तो बीसीसीआई की चयन समीति ने दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ होने वाली सिरीज़ के लिए पहले ही 18 सदस्यीय दल घोषित किया हुआ था जिससे उनकी जगह लेने वाले खिलाड़ियों को लेकर कोई चिंता नहीं है लेकिन अंतिम 11 में कौन से खिलाड़ी होंगे इसे लेकर सस्पेंस या कहें कि उत्सुकता बढ़ गई है.
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अब टी-20 सिरीज़ में भारत की बागडोर केएल राहुल की जगह ऋषभ पंत सँभालेंगे और हाल ही में अपनी कप्तानी में गुजरात टाइटंस को आईपीएल में चैंपियन बनाने वाले कप्तान हार्दिक पांडया टीम के उपकप्तान होंगे.
भारत-दक्षिण अफ़्रीका सीरीज़
- 09 जून: पहला टी 20 मैच (दिल्ली)
- 12 जून: दूसरा टी 20 मैच (कटक)
- 14 जून: तीसरा टी 20 मैच (विशाखापट्नम)
- 17 जून: चौथा टी 20 (राजकोट)
- 19 जून: पाँचवा टी 20 (बेंगलुरु)
केएल राहुल और कुलदीप यादव का बाहर होना बड़ा झटका
अचानक से इस बदली हुई परिस्थिति को लेकर क्रिकेट समीक्षक अयाज़ मेमन मानते हैं कि यह भारत के लिए बहुत बड़ा झटका है. मेमन बताते हैं कि केएल राहुल के पास एक कप्तान के रूप में अपनी योग्यता साबित करने का अवसर था तो कुलदीप यादव ने बीते आईपीएल में शानदार गेंदबाज़ी करने के बाद टीम में अपनी जगह बनाई थी.
अब ऋषभ पंत केएल राहुल की जगह टीम के कप्तान बन गए तो उन पर अतिरिक्त ज़िम्मेदारी बढ़ गई है और अब उन्हें सिरीज़ में आराम नहीं दिया जा सकता. ऋषभ पंत पिछले कुछ सालों से भारत के लिए तीनों प्रारूपों में खेल रहे है. भारत और दक्षिण अफ़्रीका के बीच पाँच टी-20 मैचों की सिरीज़ का पहला मैच गुरुवार को दिल्ली के अरूण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा.
रोहित, विराट, बुमराह और शमी को आराम
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ड्रामा क्वीन
समाप्त
आईपीएल के समाप्त होने के बाद बीसीसीआई ने दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ होने वाली टी-20 सिरीज़ के लिए पहले ही रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी को आराम देने का फैंसला किया.
इन्हें आराम देने के फैंसले को लेकर टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि “रोहित शर्मा हर प्रारूप के खिलाड़ी हैं. खिलाड़ियों से हर समय उपलब्ध रहने की उम्मीद करना ग़लत है. कई बार हमें अपने बड़े खिलाड़ियों को आराम देना पड़ता है.”
वैसे रोहित शर्मा और विराट कोहली का बल्ला इस बार आईपीएल में उतना नहीं चला जितनी उम्मीद की जा रही थी, शायद इसलिए भी उन्हें आराम दिए जाने को लेकर इतना हो-हल्ला भी नहीं हुआ.
रोहित शर्मा ने 14 मैचों में 268 रन बनाए. विराट कोहली ने रोहित शर्मा से थोड़ा बेहतर प्रदर्शन करते हुए 16 मैचों में दो अर्धशतक की मदद से 341 रन बनाए.
विराट कोहली की बल्ले के साथ नाकामी को लेकर पूर्व कप्तान रवि शास्त्री भी कह चुके हैं कि “वह मानसिक रूप से थके हुए लगते हैं और उन्हें क्रिकेट से थोड़ा आराम की ज़रूरत है. यह आराम उन्हें आईपीएल के बाद या इंग्लैंड दौरे के बाद दिया जा सकता है.”
अब देखना है कि विराट कोहली आराम के बाद कैसा प्रदर्शन करते है. केएल राहुल और कुलदीप आईपीएल में चमके थे.
दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ पहले से घोषित हुए कप्तान केएल राहुल ने बीते आईपीएल में में लखनऊ के लिए 15 मैचों में चार शतक और चार अर्धशतक की मदद से 616 रन बनाए थे. कुलदीप यादव ने भी दिल्ली के लिए खेलते हुए 14 मैचों में 21 विकेट अपने नाम किए थे.
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ऋषभ पंत से कप्तान के रूप में कितनी उम्मीद
अब जबकि टीम में रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और केएल राहुल नहीं हैं और टीम की कमान अचानक ऋषभ पंत के हाथों में आ गई है तो क्या वह कप्तानी के दबाव को सहन कर सकेंगे?
इसे लेकर क्रिकेट समीक्षक अयाज़ मेमन मानते हैं कि भारत में पिछले कुछ समय से जिन खिलाड़ियों को कप्तान के रूप में देखा गया, उनमें विराट कोहली, रोहित शर्मा, केएल राहुल और हाल ही में आईपीएल का ख़िताब जीतने वाले हार्दिक पांडया का नाम उभरकर सामने आया.
हार्दिक पांडया को एक बेहतरीन आलराउंडर के रूप में टीम में शामिल किया गया है और कप्तान बनने से उनका प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है शायद इसलिए ऋषभ पंत को टीम की कप्तानी दी गई है.
ऋषभ पंत को एक उपकप्तान के रूप में कुछ अनुभव भी हो चुका है इसलिए ऐसे में जबकि टीम में रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल नहीं है तो ऋषभ पंत के अलावा चयनकर्ताओ के पास कोई विकल्प नहीं था. उम्मीद की जानी चाहिए कि वह अच्छी कप्तानी करेंगे. वह आईपीएल में भी दिल्ली के कप्तान हैं.
दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अंतिम 11 में कौन
बीसीसीआई के चयनकर्ताओ ने दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ टी-20 सिरीज़ के लिए पहले ही 18 खिलाड़ी चुन रखें थे जिसे लेकर सभी अपने हिसाब से अंदाज़ा लगा रहे थे कि शुरुआती मुक़ाबले में टीम में कौन से खिलाड़ी होंगे ?
अब केएल राहुल और कुलदीप यादव के चोटिल होकर बाहर होने से और रोहित शर्मा के साथ साथ विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह को आराम के नाम पर टीम में ना होने से दक्षिण अफ़्रीका को मिलने वाले वाले अतिरिक्त मनोवैज्ञानिक लाभ को लेकर अयाज़ मेमन मानते हैं कि दक्षिण अफ़्रीका भी कुछ ऐसा ही सोच रहा होगा कि वह लाभ की स्थिति में है.
अब भारत अपनी बल्लेबाज़ी की शुरूआत ईशान किशन और ऋतुराज गायकवाड़ के साथ कर सकता है. उसके बाद श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत, दिनेश कार्तिक और हार्दिक पांडया हैं. गेंदबाज़ी में अब उमरान मलिक को अवसर मिल सकता है. उनका साथ हर्षल पटेल दे सकते है.
स्पिनर के रूप में युज़्वेंद्र चहल और अक्षर पटेल खेल सकते हैं. दीपक हुड्डा को भी मौक़ा मिल सकता है तो अनुभव के आधार पर भुवनेश्वर कुमार का दावा भी मज़बूत है. चहल ने बीते आईपीएल में 27, हर्षल पटेल ने 19 विकेट लिए तो उमरान मलिक ने 22 विकेट लेकर सबका ध्यान आकर्षित किया.
अयाज़ मेमन आगे कहते हैं कि इसी साल ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप भी होना है और उसे ध्यान में रखते हुए चयनकर्ता अनुभवी और युवा खिलाड़ियों को टीम में अवसर देना चाहेंगे. उमरान मलिक ने बीते आईपीएल में लगातार 150 किमी से अधिक रफ़्तार से गेंदबाज़ी की है.
उन्हें शायद भारत में विकेटों से अधिक मदद ना मिले लेकिन यहॉ का अनुभव उन्हें विदेशों में काम आएगा. उन्हें ज़्यादा समय तक टीम से बाहर रखना ठीक नहीं है.
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भारत का शानदार रिकॉर्ड पर दक्षिण अफ्रीका भी दमदार
दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ भारत ने अभी तक 15 टी-20 मुक़ाबले खेले है. इनमें से भारत ने नौ में जीत हासिल की है और छह मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा.
वैसे भारतीय टीम पिछले 12 टी-20 मुक़ाबले लगातार जीत चुकी है और अगर वह दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ पहला मैच जीत जाती है तो ऐसा कारनामा करने वाली वह पहली टीम बन जाएगी. इसके बावजूद अयाज़ मेमन चेताते है कि दक्षिण अफ़्रीका के पास भी बेहतरीन खिलाड़ी हैं इसलिए उसे कमज़ोर नहीं माना जा सकता.
दक्षिण अफ़्रीका के पास क्विंटन डीकॉक, प्रिटोरियस, डेविड मिलर, कैगिसो रबाडा, कप्तान बावुमा और मार्कराम जैसे अच्छे खिलाड़ी है.
क्विंटन डीकॉक ने आईपीएल में 15 मैचों में 508 और मार्कराम ने 14 मैचों में 381 रन बनाए. डेविड मिलर ने तो गुजरात टाइटंस के लिए 16 मैचों में 481 रन बनाए और उसे चैंपियन बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई.
डेविड मिलर कुछ ऐसी ही भूमिका दक्षिण अफ़्रीका के लिए निभाना चाहेंगे. ऐसे में भारत को अंतिम एकादश में ऐसे खिलाड़ी चुनने होंगे जो भारत को जीता भी सके और कुछ युवा खिलाड़ियों को परखने का मौक़ा भी मिल सके. जो भी हो पहले ही मुक़ाबले से बहुत से सवालों के जवाब मिल सकते है.