दूसरे दौर की वोटिंग में भी ऋषि सुनक टॉप पर, क्या वाकई बन जाएंगे UK के नए प्रधानमंत्री

लंदन: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री की दौड़ में भारतीय मूल के ऋषि सुनक दूसरे दौर में भी आगे निकल गए हैं. इसके साथ ही उन्होंनें प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी प्रबल दावेदारी प्रस्तुत की है. लेकिन अभी कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्यों के बीच मतदान के पांच चरण होने हैं. यह चरण आने वाले गुरुवार तक पूरे हो जाएंगे. तब तक पद की दावेदारी के लिए दो ही दावेदार बचेंगे. ऐसे में किसी भी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी हो सकती है. वैसे भी उन्हें इस दौड़ में वाणिज्य मंत्री पेनी मोरडुएंट से कड़ी टक्कर मिल रही है.

लंदन में कंजरवेटिव पार्टी की वोटिंग में ऋषि सुनक एक बार फिर सबसे ज्यादा वोट लेकर लगातार दूसरी बार टॉप पर. (फोटो: AP)

 किसको कितने वोट मिले?

दूसरे दौर के मतदान में जहां सुनक को 101 के वोट हासिल हुए वहीं पेनी मोरडुएंट को 83 वोट प्राप्त हुए. वहीं दूसरे दौर की वोटिंग में भारतीय मूल की एटॉर्नी जनरल सुएला ब्रेवरमैन सबसे कम वोट (27) लेकर दौड़ से बाहर हो गई हैं. इसके साथ ही अब इस दौड़ में ऋषि सुनक (101 वोट) और पेनी मोरडुएं (83 वोट) के अलावा विदेश मंत्री लिज ट्रुस (64 वोट), पूर्व मंत्री केमी बाडेनोक (49 वोट) और कंजर्वेटिव पार्टी के नेता टॉम टुगेनडैट (32 वोट) बचे हैं.

पहले दौर में भी सुनक ही थे आगे

पहले दौर के मतदान में वित्त मंत्री सुनक को सबसे ज्यादा 88 वोट मिले थे. वहीं वाणिज्य मंत्री पेनी मोर्डेंड ने 67 वोट हासिल किए थे, इसके बाद विदेश मंत्री लिज ट्रुस 50 वोट के साथ तीसरे नंबर पर रहीं, वहीं पूर्व मंत्री कमी बडेनोज 40 वोट के साथ चौथे और टॉम तुगेंदत 37 वोट के साथ पांचवे स्थान पर रहें.

21 जुलाई तक यह तय हो जाएगा कि वह कौन से दो उम्मीदवार है जिनमें से किसी एक को करीब 2 लाख कंजर्वेटिव पार्टी सदस्य अपना अगला प्रधानमंत्री चुनेंगे.

ऋषि सुनक आगे.. मगर सत्ता अभी दूर

ऋषि सुनक के साथ अभी चार उम्मीदवार और हैं. राजनीति में आखिरी गेंद तक भरोसा नहीं किया जा सकता है कि मैच का रुख किस और जाना है. ऐसे में कुछ भी कहना जल्दीबाजी होगी. ऋषि सुनक को वाणिज्य मंत्री पेनी मोरडुएंड से कड़ी टक्कर मिल रही है. पहले दौर में पैनी ने जहां 67 वोट हासिल किए थे वहीं दूसरे दौर में उनके वोटो का आंकड़ा 83 पहुंच गया है.

इस तरह पार्टी के कुल 358 सांसदों में से 101 का समर्थन अगर ऋषि सुनक को है तो पैनी 83 के आंकड़े के साथ ज्यादा दूर नहीं हीं. पहले दौर के वोटों का नतीजा भी यही बताता है कि पैनी 27 फीसद समर्थन के साथ पार्टी सदस्यों की पसंदीदा उम्मीदवार बनी हुई हैं. इसके बाद भले ही नाइजीरियन मूल की उम्मीदवार केमी बाडेनोक को दूसरे दौर में 49 वोट ही मिले हों, लेकिन यूगोव के आकलन के अनुसार उन्हें 15 फीसदी समर्थन हासिल हुआ है, जबकि दूसरे दौर में 64 वोट हासिल करने वाली विदेश सचिव और महिला समानता मंत्री लिज ट्रुस 13 फीसदी समर्थन के साथ सुनक के साथ बराबरी पर हैं.

विवादों के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले ऋषि अब खुद विवादों से घिरे

ऋषि सुनक की पत्नी अक्षता को लेकर हाल ही में जानकारी निकल कर आई कि अक्षता के पास भारतीय नागरिकता थी जबकि ऋषि सुनक यूके में मंत्री के पद पर थे. उनका गैर-अधिवास (non-domicile) होने का मतलब था कि उन्हें अपनी संपत्ति पर कर नहीं देना था.

वहीं, सुनक ने भी ब्रिटिश सांसद बनने के 6 साल बाद तक अपना अमेरिकी स्थाई निवास ग्रीन कार्ड बरकरार रखा था. उन्होंनें उसे अपनी अमेरिका कि पहली आधिकारिक यात्रा के पहले छोड़ा था. सुनक ब्रिटिश सरकार के उन पदाधिकारियों में से एक थे जिन पर कोविड प्रतिबंधों को तोड़ने के लिए जुर्माना लगाया गया था. यह मामला पार्टीगेट कांड के रूप में चर्चित हुआ था.