बिना एनओसी निजी भूमि से निकाल दी सडक़

शिमला ग्रामीण की मायली जेजड़ ग्राम पंचायत के जमलोग गांव के बाशिंदों ने शकोह7 गांव के लोगों पर उनकी जमीन से जबरन रोड निकालने के आरोप लगाए हैं। इतना ही नहीं लोक निर्माण विभाग भी विरोध के बावजूद इस रोड को आनन-फानन में पास करवाने की फिराक में है। ऐसे में इन ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी को कानूनी नोटिस तक थमा दिया है, और चेतावनी दी है कि यदि अब भी काम नहीं रुका तो कोर्ट से स्टे लेकर काम रोका जाएगा।
उधर, ग्रामीण इसकी शिकायत लेकर एसडीएम (ग्रामीण) से भी मिले और उन्हें पूरे मामले से अवगत करवाया। एसडीएम ने आश्वासन दिया कि जब तक दोनों गांवों के बीच जमीन का मसला नहीं सुलझ जाता, तब तक रोड को न तो पास किया जाएगा और न ही इसका उद्घाटन होगा।
इन ग्रामीणों का आरोप है कि उनके विरोध के बावजूद शकोह गांव के लोगों ने नियमों की धज्जियां उड़ाकर उनकी निजी भूमि से बिना एनओसी के सडक़ बनाई है और अब उसे पास करवाने में लगे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि इसमें पीडब्ल्यूडी की कार्यप्रणाली भी संदिग्ध है क्योंकि जहां पर इनकी निजी भूमि आती है, वहां यह रोड मात्र 2 मीटर चौड़ा है। बावजूद इसके विभाग इसे पास करने की तैयारी में है। इतना तंग रोड होने से यहां कभी भी कोई हादसा हो सकता है, लेकिन विभाग को इसकी परवाह ही नहीं है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि राजनीतिक दखल से रोड को जबरन पास किया गया तो चुनावों में सरकार व उसके नुमाइंदों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।