ब्रिटिश पार्लियामेंट में बोलते-बोलते सो गई रोबोट, जॉम्बी जैसी हुई आंख, करना पड़ा रीस्टार्ट

British Parliament: ब्रिटेन की पार्लियामेंट में पहली बार एक रोबोट ने संबोधन दिया है। इस रोबोट का नाम AI-Da है। टेकनोलॉजी क्रिएटिविटी के लिए खतरा है या नहीं, इसे लेकर वह सदस्यों के साथ बातचीत कर रही थी। तभी एक हैरान करने वाली घटना हुई। रोबोट में बोलते-बोलते एक खराबी आ गई, जिसके बाद उसे रीस्टार्ट किया गया।

लंदन: दुनिया में टेक्नोलॉजी लगातार बढ़ती जा रही है। अभी जो समय चल रहा है उसमें कंप्यूटर और इंसान साथ-साथ काम कर रहे हैं। लेकिन आने वाला समय आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस यानी AI का है। इसमें कंप्यूटर के पास अपना दिमाग होता है। AI टेक्नोलॉजी के कई रोबोट्स दुनियाभर में बनाए गए हैं। मंगलवार को ब्रिटेन की संसद में पहली बार एक AI रोबोट ने संबोधित किया। इंसानों की तरह दिखने वाले इस रोबोट ने हाउस ऑफ लॉर्ड्स को संबोधित किया और AI के रचनात्मक उद्योग के लिए खतरा होने पर चर्चा की। ये रोबोट ब्रिटिश संसद को संबोधित करने वाली पहली रोबोट है।

रोबोट जब संसद में अपनी स्पीच दे रही थी तब उसमें एक तकनीकी खराबी आ गई। तकनीकी खराबी के चलते यह रोबोट बोलते-बोलते सो गई, जिसके बाद उसे रीस्टार्ट करना पड़ा। AI-Da को 2019 में आधुनिक और समकालीन कला के विशेषज्ञ आइडन मेलर ने बनाया था। AI-Da ने संचार और डिजिटल समिति के सदस्यों से इस बात पर चर्चा की कि क्या टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से रचनात्मकता को खतरा है।

पेंटिंग बना सकती है AI-Da
क्रॉसबेंच पीयर बैरोनेस बुल ने उससे पूछा कि वह आर्ट कैसे बनाती है? इसके जवाब में AI-Da ने कहा, ‘मैं कंप्यूटर प्रोग्राम पर निर्भर हूं, मैं जीवित नहीं फिर भी आर्ट बना सकती हूं। मैं अपने आंखों के कैमरे के जरिए और अपने रोबोटिक हाथों और एल्गोरिदम से पेटिंग बना सकती हूं, जिसके परिणामस्वरूप आकर्षक छवियां मिलती है।’ AI-Da ने आगे कहा, ‘कविताओं के लिए मैं न्यूट्रल नेटवर्क का इस्तेमाल करती हूं, जिसमें सामान्य सामग्री और काव्य संरचनाओं की पहचान करना और फिर एक बड़े शब्द संग्रह का विश्लेषण कर नई कविताओं को बनाना शामिल है।’

रीस्टार्ट किया और चश्मा पहनाया
ब्रिटिश पार्लियामेंट को जब AI-Da संबोधित कर रही थी तब इसकी आंखें लुढ़कने लगी। उसकी आंखें किसी जॉम्बी की तरह लग रही थीं। ये सब देख कर रोबोट को बनाने वाले आइडन मेलर ने इसे रीस्टार्ट किया और रोबोट को एक चश्मा पहना दिया। रोबोट ने यूके की संसद को बताया कि कला को बनाने में टेक्नोलॉजी बढ़ती जाएगी। आज की कला पर टेक्नोलॉजी का पहले से ही प्रभाव है।