उपायुक्त सोलन केसी चमन ने कहा कि हिमाचल जैसे पहाड़ी प्रदेश में जन-जन तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने में आयुर्वेदिक चिकित्सक एवं पैरामेडिकल कर्मी श्रेष्ठ कार्य कर रहे हैं। केसी चमन आज यहां पंडित दीन दयाल उपाध्याय जिला आयुर्वेदिक अस्पताल सोलन की रोगी कल्याण समिति के शासकीय निकाय की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
केसी चमन ने कहा कि विश्व भर में आयुर्वेद को बेहतरीन चिकित्सा पद्धतियांे में से एक माना जाता है। उन्होंने कहा कि गत वर्ष कोविड-19 महामारी के समय में भी आयुर्वेद की महत्ता स्पष्ट दृष्टिगोचर हुई है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 काल में आयुर्वेद चिकित्सकों एवं अन्य कर्मियों ने न केवल जन-जन तक रोग प्रतिरोधक क्षमता की जानकारी पहुंचाई अपितु कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए स्थापित समर्पित केन्द्रों में भी सराहनीय भूमिका निभाई। उन्होंने आशा जताई कि आयुर्वेद विभाग सोलन भविष्य में भी इसी प्रकार कार्य करता रहेगा।
उपायुक्त ने जिला आयुर्वेदिक अस्पताल सोलन में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण पर बल दिया। उन्होंने कहा कि अस्पताल के प्रबन्धन में रोगी कल्याण समिति का कार्य महत्वपूर्ण है। उन्होंने समिति को निर्देश दिए कि अस्पताल में रोगियों को दी जाने वाली सुविधाओं में सुधार और सहायता को और बेहतर बनाएं।
केसी चमन ने कहा कि कोविड-19 महामारी का खतरा अभी टला नहीं है और इसके लिए सभी को सजग रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में व्यापार मण्डल सोलन को भी सक्रिय भूमिका निभानी होगी। उन्होंने व्यापार मण्डल सोलन को निर्देश दिए कि निर्देश दिए कि सोलन में ‘नो मास्क नो राशन’ के नियम को लागू किया जाए। उन्होंने सभी दुकानों पर विक्रय के लिए मास्क उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए।
समिति द्वारा सूचित किया गया कि जिला आयुर्वेदिक अस्पताल सोलन में रोगियों की सुविधा के लिए सौर चलित गीजर स्थापित करने के लिए समुचित धनराशि हिमऊर्जा के पास जमा करवा दी गई है। बैठक में वर्ष 2020-21 में समिति के अनुमानित बजट 58.35 लाख रुपये को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में जिला आयुर्वेदिक अस्पताल सोलन में कैंटीन खोलने के सम्बन्ध में नियमानुसार कार्यवाही करने का निर्णय भी लिया गया।
बैठक में जानकारी दी गई कि वर्ष 2019-20 में अस्पताल की रोगी कल्याण समिति द्वारा आयुष्मान भारत योजना के तहत 96 रोगियों को लगभग 10 लाख 57 हजार रुपए तथा हिमकेयर योजना के तहत 147 रोगियों को लगभग 12.22 लाख रुपए की कैशलेस सुविधा प्रदान की गई। इस अवधि में 1500 रोगियों का पंचकर्म पद्धति से उपचार किया गया। 40 रोगियों का क्षारसूत्र विधि से उपचार किया गया।
जिला आयुर्वेद अधिकारी डाॅ. राजेन्द्र शर्मा ने इस अवसर पर रोगी कल्याण समिति के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने रोगी कल्याण समिति द्वारा जिला आयुर्वेदिक अस्पताल सोलन में जनहित में किए गए कार्यों की जानकारी दी।
रोगी कल्याण समिति के सदस्य सचिव डाॅ. लोकेश ममगई ने वर्ष 2019-20 की समिति की उपलब्धियों तथा आगामी वित्त वर्ष में किए जाने वाले कार्यों की सारगर्भित जानकारी प्रदान की।
बैठक में जिला परिषद सोलन के अध्यक्ष रमेश ठाकुर, नगर परिषद सोलन के अध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोलन डाॅ. राजन उप्पल, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेंद्र तेगटा, राज्य विद्युत बोर्ड सोलन के अधिशाषी अभियन्ता विकास गुप्ता, आयुर्वेदिक चिकित्सक डाॅ. लोकेश ममगई, समिति के अन्य सरकारी व गैर-सरकारी सदस्य उपस्थित थे।