Ronak started returning to Kunihar market on Karva Chauth festival

करवा चौथ पव को लेकर कुनिहार बाजार में लौटने लगी रोनक

21 अक्टूबर (ब्यूरो) अपने जीवनसाथी की दीर्घायु के लिए करवा चौथ पर्व 24 अक्टूबर को मनाया जाएगा। हालांकि कोरोना वैश्विक महामारी के चलते गत वर्ष मनाये जाने वाले त्यौहार फीके रहने की वजह से व्यपारी वर्ग काफी मायूस देखने को मिला । बेशक कोरोना खत्म नहीं हुआ है । लेकिन इस वर्ष बाजारों में त्योहारों को लेकर एक बार फिर रौनक देखने को मिल रही है । कुछ एैसा ही नजारा जिला सोलन के अंतर्गत आने वाले कुनिहार बाजार में देखने को मिल रहा है । दशहरा पर्व के उपरान्त करवा चौथ व् दीपावली पर्व को लेकर बाजार पूरी तरह से तैयार दिखाई दे रहा है । महिलाओं के साथ ही दुकानदारों में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। ज्वेलरी, कॉस्मेटिक, , कपड़े, पूजा सामग्री मिष्ठान भंडार आदि की दुकाने सज चुकी है । करवा-चौथ पूजन के लिए खास माने जाने वाले मिट्टी के करवे हैं, व्रत के दौरान खाई जाने वाली सरगी की दुकानों में महिलाए खरीदारी करती दिखाई दे रही है।
सुहागिन महिलाओं के अतिरिक्त कई अविवाहित भी करवा चौथ का व्रत रखती है। करवा चौथ महिलाओं के लिए खास होता है। महिलाएं निर्जला उपवास रखेंगी। इसमें जितना महत्व व्रत के विधि-विधान का है, उतना ही सजने-संवरने का भी माना जाता है।
 *क्या कहते हैं व्यपारी
दूकानदार सुभाष शर्मा ने कहा कि गत वर्ष लाक डाउन की वजह से सभी तेयोहारो में व्यपारी वर्ग प्रभावित हुवा था । वेशक कोरोना खत्म नही हुवा है लेकिन बाजार खुल गए है। धीरे धीरे बाजारों में दुबारा रोनक आने लगी है । त्योहारों को लेकर व्यपारी भी उत्साहित है।
सुशिल कुमार ने कहा कि करवा चौथ को लेकर महिलाए खरीदारी कर रही है । बेशक कोरोना काल में सभी का बजट बिगड गया है व् अधिकतर खरीदार सस्ता सामान ही खरीद रहे हैं ।
एक महिला दुकानदार ने कहा कि महिलाओं के लिए करवा चौथ सबसे महत्वपूर्ण होता है । इस दिन महिलाए सजती संवारती हैं व् अपने पति परिवार की दिर्गायु की कामना के लिए व्रत रखती है महिलाएँ नए नए परिधानों की खरीदारी कर रही है।
हेनत जोशी ने कहा कि गत वर्ष  कोरोना काल के दोरान व्यपारी काफी प्रभावित हुवा था । मेंहगाई के इस दोर में लोग ज्यादा खर्च नही कर रहे हैं।
दूकानदार किशोरी तनवर ने कहा कि बेशक त्योहारों को लेकर  बाजार सज चूका है। लेकिन अभी लोग खरीदारी कम ही कर रहे हैं ।