Roshan Jacob: हमने अफसरों की जूते थमाते, कंधे पर घूमते तस्वीरें देखी हैं, पर लखनऊ की कमिश्नर जैकब ने तो सबका दिल जीत लिया

अपने माता-पिता की अकेली संतान रोशन जैकब की शुरुआती पढ़ाई केरल के तिरुवनंतपुरम में हुई। केरल जैसे गैर हिंदी भाषा राज्य से आकर यूपी जैसे प्रदेश में आकर भी उन्होंने बेहतरीन लोक सेवा की भूमिका अब तक अदा की है। आज लखनऊ की बारिश के बाद उनका वीडियो वायरल हो रहा है और हर कोई उनकी तारीफ कर रहा है।

लखनऊ: राजधानी लखनऊ में तेज बारिश की वजह से लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। लखनऊ में तेज बारिश के बीच ऐसी तस्वीरें आ रही हैं जिसको देख लोग हैरान है। सड़कों पर और कई जगह घरों में पानी भरा है। इस बीच एक तस्वीर ऐसी भी है जिसकी तारीफ करते लोग नहीं थक रहे हैं। लखनऊ की कमिश्नर रोशन जैकब, जब लोग सोकर उठे भी नहीं थे तब पानी से भरे सड़क पर खुद उतरकर हालात का जायजा ले रही थीं। वह राजधानी की उन सड़कों पर गईं जहां कोई जाना नहीं चाहेगा। ऐसा भी नहीं कि उनके पीछ दूसरे कर्मचारियों का जमावड़ा हो। वह घुटने भर पानी में खुद को संभालती हुई हालात का जायजा ले रही थीं।

पानी की निकासी जल्द से जल्द हो और लोगों को जल्द राहत मिले इसके लिए वो कमर्चारियों को जरूरी निर्देश भी दे रही हैं। आज के वक्त में जहां कई IAS अफसर अपने ऑफिस के बाहर निकलना पसंद नहीं करते, कई ऐसी तस्वीरें भी सामने आईं जब अफसर का जूता दूसरे कर्मचारी पकड़ते नजर आए। ऐसे वक्त में लखनऊ कमिश्नर रोशन जैकब ने सबका दिल जीत लिया।

राजधानी लखनऊ के जानकीपुरम, राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल, रिवरफ्रंट कॉलोनी में पानी से डूबे सड़क पर निकलकर उन्होंने हालात का जायजा लिया। वह सुबह होने से पहले ही 3 बजे हालात का जायजा लेने निकल गईं। ऐसा पहला मौका नहीं है जब रोशन जैकब ने खुद मोर्चा संभाला हो। कोरोना के वक्त में भी उनके काम की काफी तारीफ हुई थी। आज शुक्रवार जब उनका वीडियो सामने आया तब लोगों ने देखकर यही कहा कि अधिकारी हो तो ऐसा। सिर्फ लखनऊ ही नहीं बल्कि पूरे देश में इस वीडियो को देखकर उनके काम की तारीफ हो रही है।

जैकब केरल की रहने वाली हैं। वह 2014-15 में कानपुर की DM भी रह चुकी हैं। कानपुर में जिलाधिकारी रहते हुए उन्होंने मेरा शहर मेरी देखरेख में अभियान की शुरुआत की थी। उनका प्रयास था कि नागरिक सुविधाओं से संबंधित लोगों की शिकायतों को तत्काल दूर किया जाए। उनको महिला खनन जैसे विभाग की जिम्मेदारी मिली, वह यूपी की पहली महिला आईएएस अधिकारी थी जो महिला खनन निदेशक बनीं।

कोरोना के वक्त भी उनके काम की काफी तारीफ हुई। उन्होंने अवैध खनन पर काफी हद तक रोक लगा दी। अभी हाल ही में लखनऊ के लेवाना होटल में जब आग लगी थी उस वक्त भी इस पूरे मामले की जांच में रोशन जैकब ने अहम भूमिका निभाई। ऐसा माना जाता है कि जब बड़े अधिकारी फ्रंटफुट पर आकर लीड करते हैं तो उनके मातहत आने वाले कर्मचारी भी एक्टिव होकर अपनी भूमिका का सही तरीके से पालन करते हैं। रोशन जैकब का वीडियो देखकर लोग यही कह रहे हैं कि जहां भी रहेंगी वो रोशन करेंगी।