उत्तराखंड की अंकिता भंडारी की मौत के बाद राज्य समेत देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन जारी है. लोग हत्यारों को सज़ा दिलाने की और भविष्य में ऐसे वारदात न हो ये सुनिश्चित करने की मांग कर रहे हैं.
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19 साल की अंकिता भंडारी 5 दिनों तक लापता थी और 24 सितंबर को बैराज से मिली. अंकिता भंडारी को लेकर राज्य के एक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) नेता ने बेहद ओछी बात कही है.
फेसबुक पोस्ट किया डिलीट
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RSS नेता विपिन कर्णवाल ने फे़सबुक पर अंकिता भंडारी की मौत का कुसूरवार उसी के पिता को ठहरा दिया. फ़ेसबुक पोस्ट में विपिन कर्णवाल ने लिखा,
‘मैं इसीलिए किसी कैंडल मार्च या बाज़ार बंद कराने नहीं गया, जो बाप और भाई 19 साल की लड़की की कमाई खाता हो जिसकी बेटी और बहन सुनसान जंगल के रिज़ॉर्ट में काम करती हो जहां अय्याशी होती हो. कांड होने के बाद जिस बाप को उसकी लड़की का जम्मू वाला फ़्रेंड आकर आंखे खोलता हो. सबसे बड़ा गुनहगार तो ऐसी लड़की का बाप है जो कच्चा दूध भूखे बिल्लों के सामने रख दे. उसके लिए क्या सड़कों पर चिल्लान जो बाद में लड़की की लाश भी बेच दे. हज़ारों भावुक भाई-बहनों को झंड कर दिया. सॉरी.’
विपिन कर्णवाल ने ये पोस्ट डिलीट कर दिया है.
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पुलिस ने दर्ज किया केस
विपिन कर्णवाल कर्णवाल ने फ़ेसबुक पोस्ट तो डिलीट कर दी लेकिन इतनी घटिया बात कह दी कि लोगों का गुस्सा और बढ़ गया. विजयपाल रावत नामक सोशल वर्कर ने कर्णवाल की शिकायत की और पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत उस पर केस दर्ज कर लिया है.
वेश्यावृत्ति से मना किया तो BJP नेता के बेटे ने मार दिया
पुलिस के मुताबिक, 18 सितम्बर को पुलकित अपने दोस्त अंकित गुप्ता और होटल के मैनेजर सौरभ भास्कर के साथ अंकिता को शक्ति बैराज के पास एक अनजान जगह ले गया. यहीं दोनों के बीच की बात को लेकर कहा-सुनी हुई, यहीं उसने अंकिता को धक्का दे दिया. आरोपियों ने हत्या की बात कुबूल कर ली. अंकिता ने वेश्यावृत्ति करने से मना कर दिया था और इसी वजह से उसकी हत्या कर दी गई. अंकिता पर VIP मेहमानों को स्पेशल सर्विस देने का दबाव बनाया जा रहा था.
वकीलों ने केस लड़ने से किया इंकार
Amar Ujala
बीते बुधवार को बार एसोशिएशन कोटद्वार ने आरोपियों का केस लड़ने से मना कर दिया.
मामले की जांच के लिए मुख्यमंत्री धामी ने SIT का गठन किया है. इसके साथ ही अंकिता के परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की है.