चिंतपूर्णी (ऊना). हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा से सटे ऊना के चिंतपूर्णी में गोलीकांड के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा फूट पड़ा है. स्थानीय लोगों ने चिंतपूर्णी मंदिर के पास रहने वाले अन्य राज्यों के मजदूरों की झुगियों को आग के हवाले कर दिया और उनके मोटरसाइकिल आदि को भी तोड़ दिया. स्थानीय लोगों में तुषार हत्याकांड को लेकर रोष लगातार बढ़ रहा है.
लोगों का कहना है इस समय चुनाव आचार संहिता लगी हुई है और अन्य राज्य के लोग कैसे प्रदेश में हथियार सहित दाखिल हो रहे हैं. ये लोग न सिर्फ हथियार सहित आए, बल्कि तुषार के घर में लूटपाट को अंजाम देने की भी कोशिश की गई. इसी कोशिश को नाकाम करने में तुषार को लुटेरों ने गोली मार दी और मौके पर ही तुषार की मौत हो गई. वहीं, आगजनी की घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. साथ ही फायरब्रिगेड की गाड़ी ने मौके पर आग पर काबू पाया है. हालांकि, आगजनी में प्रवासियों के आशियाने जलकर राक हो गए हैं.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, बुधवार को धार्मिक स्थल चिंतपूर्णी के साथ लगती कांगड़ा जिला की पंचायत गंगोट में होलसेल के व्यापारी के बेटे तुषार की अज्ञात लुटेरों ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी. आरोपी 6 लुटेरे लूटपाट के इरादे से घर में घुसे थे, जिसमें चार के पास रिवाल्वर थी. इन्होंने पहले फ्लोर पर किराए पर रह रहे परिवार की महिला को बंधक बनाया. बाद में होलसेल व्यापारी के परिवार के बंधक बनाया. परिवार के युवक तूषार को जब इस इस घटना के बारे में पता लगा तो उसने अपनी जान जोखिम में डालकर बहादुरी से लुटेरों को पकड़ने की कोशिश की, जिसमें एक लुटेरा नीचे गिर गया और घायल हो गया. लुटेरे के घायल होने पर दूसरे लुटेरे ने युवक पर गोली चला दी और उसकी मौत हो गई.
अश्वनी की सूझबूझ से पकड़े गए दो आरोपी
परागपुर के तहत गंगोट पंचायत के अश्वनी कुमार ने सूझबूझ से तीन आरोपी पकड़े गए. जब अश्विनी घर से आ रहा था तो उसे दो संदिग्ध गाड़ी के आगे हाथ देते हुए इशारा कर रहे थे. पहले अश्विनी ने उन्हें अनदेखा कर दिया. इसी दौरान अश्वनी को फोन आया कि चिंतपूर्णी में गोलीकांड हुआ है और आरोपी इस तरफ भागे हैं. फिर अश्विनी ने उन्हें गाड़ी में बिठा लिया और उन्हें कहा कि वह ऊना बस स्टैंड छोड़ देगा. अश्विनी ने उन्हें ऊना बस स्टैंड के बजाय भरवाईं थाने में ले आय़ा. तीसरे आरोपी को पुलिस ने किन्नू पेट्रोल पंप के पास पकड़ लिया.
घटना के बाद इलाके में तनाव
घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया. चिंतपूर्णि बाजार बंद कर दिया था. लोगों ने जमकर नारेबाजी की. जब आरोपियों को पकड़ा गया तो लोगों ने उन्हें मारने की कोशिश की. इस बीच पुलिस से धक्कामुक्की भी देखने को मिली. आक्रोशित भीड़ को काबू में करने के लिए अंब थाना से थानेदार आशीष पठानिया भी पहुंचे. इस दौरान स्थानीय व्यवसाई व नेता संजीव कालिया ने आक्रोशित भीड़ को शांत करवाया और संदिग्धों को थाना पकड़ कर लाने वाले अश्विनी को ₹11000 का इनाम दिया.