Rupee fall: रेकॉर्ड लो पर पहुंचा रुपया, कमजोर रुपये से किन शेयरों को होगा फायदा और किनको होगा नुकसान

रुपया आज डॉलर के मुकाबले ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंच गया। मंगलवार को यह डॉलर के मुकाबले 80 के स्तर को पार कर गया। रुपये में गिरावट एक्पोर्टर्स के लिए तो अच्छी खबर है लेकिन इम्पोर्ट करने वाली कंपनियों का बिल बढ़ जाएगा। जानिए रुपये की कमजोरी से किन शेयरों को होगा फायदा और कौन रहेंगी नुकसान में…

 
rupee dollar rateनई दिल्ली: रुपया आज डॉलर के मुकाबले 80 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया। अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले यह इसका रेकॉर्ड लो स्तर है। विदेशी निवेशकों की भारतीय शेयरों में लगातार बिकवाली के कारण रुपये में पिछले कई दिनों से गिरावट आ रही थी। मंगलवार को इसकी कीमत डॉलर के मुकाबले 80.0125 पहुंच गई। विदेशी निवेशक इस साल भारतीय बाजार से करीब 30 अरब डॉलर निकाल चुके हैं। तेल और कमोडिटीज की कीमत में उछाल के कारण करेंट अकाउंट डेफिसिट को लेकर चिंता बढ़ी है। इन कारणों से रुपये की कीमत में गिरावट आई है। इस साल रुपये की कीमत में डॉलर के मुकाबले सात फीसदी की गिरावट आ चुकी है।

इन शेयरों को होगा फायदा
आईटी सेक्टर की कंपनियों को रुपये में गिरावट से फायदा होगा। इनमें टीसीएस (TCS), इन्फोसिस (Infosys), टेक महिंद्रा (Tech Mahindra), विप्रो (Wipro) और माइंडट्री (Mindtree) शामिल हैं। इसकी वजह यह है कि इनकी ज्यादातर कमाई डॉलर से होती है। Avendus Capital के सीईओ एंड्रयू हॉलैंड ने कहा कि यह आईटी के शेयरों को खरीदने का अच्छा मौका है। ये स्टॉक अभी सस्ते हैं और आने वाले दिनों में निवेशकों को भारी फायदा दे सकते हैं।

टीसीएस की कमाई में 50 फीसदी अमेरिका से आता है। इसी तरह इन्फोसिस के रेवेन्यू में 60 फीसदी हिस्सेदारी नॉर्थ अमेरिका की है। एचसीएल की 55 फीसदी कमाई केवल अमेरिका से होती है। हालांकि मार्जिन पर असर के कारण आईटी शेयर दबाव में हैं। साथ ही यूरोप में मंदी की आशंका से भी इन शेयरों पर असर पड़ा है। आईटी शेयरों के अलावा दिवीज लैबोरेटरीज (Divi’s Laboratories) और बालकृष्ण इंडस्ट्रीज (Balkrishna Indutries) जैसी एक्पोर्टर कंपनियों को भी रुपये में गिरावट का फायदा हो सकता है। पिछले एक महीने में दिवीज लैब के शेयरों में 4.5 फीसदी और बालकृष्ण इंडस्ट्रीज में 6.3 फीसदी तेजी आई है।

किन शेयरों को हो सकता है नुकसान
दूसरी ओर इम्पोर्ट करने वाली कंपनियों के शेयर रुपये में गिरावट से प्रभावित हो सकते हैं। इनमें ऐसी कंपनियां शामिल हैं जो विदेशों से कच्चा माल आयात करती हैं। इनमें पेंट्स बनाने वाली कंपनी एशियन पेंट्स (Asian Paints) और बर्जर पेंट्स (Berger Paints) भी शामिल हैं। रुपये की कीमत में गिरावट से इन कंपनियों का इम्पोर्ट बिल बढ़ जाएगा। इसके अलावा टाटा स्टील (Tata Steel), जेएसडब्ल्यू स्टील (JSW Steel), पिडिलाइट इंडस्ट्रीज (Pidilite Industries), एस्ट्रल (Astral) और सुप्रीम इंडस्ट्रीज (Supreme Industries) जैसी बड़ी कंपनियां भी रुपये में गिरावट से प्रभावित होंगी।