Rupees vs Dollar: डॉलर के मुकाबले रुपया 81 या 81.50 के स्तर तक जा सकता है। एक समय रुपया 81.23 के स्तर तक लुढ़क गया था। हालांकि, इसके बाद में रुपये की स्थिति थोड़ी सुधरी और कारोबार के आखिर में यह 80.98 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ।
नई दिल्ली: डॉलर (Dollar) के मुकाबले रुपया लगातार कमजोर हो रहा है। बीते शुक्रवार यानी 23 सितंबर को डॉलर के मुकाबले रुपया (Rupees) अबतक के सबसे निचले स्तर पर खुला था। इस दौरान रुपये ने 81 प्रति डॉलर का स्तर पहली बार पार किया है। रुपया गुरुवार को डॉलर के मुकाबले भारी गिरावट के साथ 80.86 के स्तर पर बंद हुआ था। गुरुवार को रुपये में आई गिरावट 24 फरवरी के बाद की सबसे बड़ी गिरावट थी। विशेषज्ञों के अनुसार, डॉलर के मुकाबले रुपया 81 या 81.50 के स्तर तक जा सकता है। एक समय रुपया 81.23 के स्तर तक लुढ़क गया था। हालांकि, बाद में रुपये की स्थिति थोड़ी सुधरी और कारोबार के आखिर में यह 80.98 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ। पिछले कारोबारी दिन की तुलना में रुपये में 19 पैसे की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।
इन वजहों से कमजोर हो रहा रुपया
अमेरिकी डॉलर इंडेक्स (US Dollar Index) 111 के ऊपर बना हुआ है। दो साल की अवधि वाले अमेरिकी बॉन्ड की यील्ड कई वर्षों के उच्च स्तर 4.1 प्रतिशत से ऊपर है। इन कारणों से शुक्रवार को पहली बार डॉलर के मुकाबले रुपया गिरावट के साथ रिकॉर्ड निम्न स्तर 81.23 पर आ गया है। रुपये में गिरावट की एक वजह ये भी है कि विकसित देशों के इनवेस्टर भारतीय शेयर बाजार से लगातार पैसा निकाल रहे हैं। इससे भी रुपया कमजोर हो रहा है। रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से भी ग्लोबल स्तर पर टेंशन बनी हुई है। वहीं जोखिम को कम करने के लिए सोने की तरह डॉलर जुटाने का भी चलन बढ़ा है।
रुपये के कमजोर होने से ये होंगे नुकसान
रुपये के कमजोर होने से कई नुकसान होते हैं। रुपये में गिरावट का मतलब अमेरिका में घूमना और पढ़ना महंगा होना है। मान लीजिए कि जब डॉलर के मुकाबले रुपए की वैल्यू 50 थी तब अमेरिका में भारतीय छात्रों को 50 रुपये में 1 डॉलर मिल जाते थे। अब 1 डॉलर के लिए छात्रों को 81 रुपये खर्च करने पड़ेंगे। इससे फीस से लेकर रहना और खाना और अन्य चीजें महंगी हो जाएंगी। वहीं सामान की कीमतें बढ़ने से महंगाई भी बढ़ जाएगी।
घूमना फिरना भी होगा महंगा
रुपये के कमजोर होने से लोगों का विदेशों में घूमना फिरना भी महंगा हो जाएगा। लोगों को पहले के मुकाबले ज्यादा रुपये खर्च करने पड़ेंगे। वहीं अभी फेस्टिव सीजन भी शुरू होने वाला है। लोग इस दौरान घूमते फिरते ज्यादा हैं।