रूस ने एक प्रस्तावित मानवीय कॉरिडोर के बारे में जानकारी दी है जिसके ज़रिए यूक्रेन से लोगों को बेलारूस और रूस जाने दिया जाएगा.
हालांकि यूक्रेन ने कहा है कि रूस का युद्धग्रस्त शहरों में मानवीय कॉरिडोर खोलने का प्रस्ताव बिल्कुल अनैतिक है क्योंकि इसमें शरणार्थियों को बेलारूस या रूस ले जाने की बात कही गई है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के प्रवक्ता के हवाले से रॉयटर्स ने कहा, “ये बिल्कुल अनैतिक बात है. लोगों के दुखों का इस्तेमाल टीवी पर एक तस्वीर गढ़ने के लिए किया जा रहा है.” रूस ने जिन चार शहरों से मानवीय कॉरिडोर बनाने का एलान किया है, उनमें तुलनात्मक तौर पर मारियुपोल और सुमी जैसे छोटे शहरों से ही यूक्रेन के दूसरे शहरों में जाने के लिए रास्ते हैं.
रूसी समाचार एजेंसी रिया ने यूक्रेन के इन रास्तों की सूचना दी है. इसने यूक्रेन में मानवीय सहायता के लिए बने संगठन इंटर-डिपार्टमेंटल को-ऑर्डिनेटिंग हेडक्वार्टर का हवाला देकर यह सूची प्रकाशित की है.
रूट का ब्योरा इस तरह है-
मारियुपोल
रूट 1 – नोवोआजोवस्क, तगानरोग, रोस्तोव ओन-दोन (रूस) इसके बाद रेल, हवाई और सड़क मार्ग से तय या अस्थायी तौर पर ठहरने की जगह तक.
रूट – 2– पोर्तिवस्के, मंगुश, रेसपब्लिका, रोसिवका, बिलमेक, पोलोही, ओरेखीव, जेपोरिझिया ( यूक्रेन)
खारकीएव नेखोतेवेका, बेलगोरोद (रूस) इसके बाद हवाई, रेल और सड़क मार्ग
सुमी
रूट 1 – सुदझा, बेलगोरोद और उसके बाद किसी भी यातायात साधन के जरिये आगे
रूट 2- सुमी, गोलुबिवका, रोमनी, लोखवितस्या, पोलतवा (यूक्रेन)
कीएव
होस्तोमेल, राकिवका, सोस्नोवका, इवानकीव, ओरेन, चेर्नोबिल, ग्डेन, गोमेल (बेलारूस) और इसके बाद हवाई मार्ग से रूस तक
रूस के बयान में कहा गया है कि रूसी सेना लगातार लोगों को यहां से निकालने के मकसद से काम करेगी. इसमें ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जाएगा.