रूस और यूक्रेन में गोलीबारी के कारण जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र की बिजली कट गई है। ऐसे में रिएक्टरों को ठंडा रखने के लिए अब डीजल जेनरेटर का सहारा लिया जा रहा है। अगर प्लांट में डीजल की कमी होती है तो रिएक्टरों में विस्फोट हो सकता है। इससे चेर्नोबिल जैसा परमाणु हादसा दोबारा होने की आशंका है।
कीव: रूस-यूक्रेन के बीच जारी गोलीबारी के कारण यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र की बिजली सप्लाई ठप हो गई है। इस कारण जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र को रिएक्टरों को ठंडा रखने के लिए आपातकालीन डीजल जनरेटर पर स्विच करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। यूक्रेन की राज्य परमाणु कंपनी एनर्जोएटम और यूएन परमाणु निगरानी संस्था ने दावा किया है कि इस गोलीबारी के कारण न्यूक्लियर प्लांट को भी भारी नुकसान पहुंचा है। ऐसे में अगर न्यूक्लियर प्लांट को बिजली आपूर्ति जल्द बहाल नहीं होती है तो उसके रिएक्टरों के गर्म होने का खतरा बना रहेगा। इस संकट से यूक्रेन में चेर्नोबिल परमाणु दुर्घटना के दोहराने का अंदेशा जताया जा रहा है।
रूस और यूक्रेन ने एक दूसरे पर लगाया आरोप
रूस और यूक्रेन ने यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र की साइट पर गोलाबारी के लिए एक-दूसरे पर आरोप लगाया है। इस दुर्घटना में न्यूक्लियर प्लांट के इमारतों को नुकसान पहुंचा है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी आगे की गोलाबारी को रोकने के लिए एक सुरक्षा क्षेत्र स्थापित करने पर जोर दे रही है। एजेंसी ने कहा कि भले ही जापोरिज्जिया के छह रिएक्टर बंद हो गए हैं, लेकिन उनमें परमाणु ईंधन को अभी भी ठंडा करने की जरूरत है ताकि परमाणु विस्फोट को रोका जा सके। इसके लिए बिजली की निरंतर आपूर्ति की आवश्यकता होती है।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने जताई नाराजगी
आईएईए के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने कहा कि जापोरिज्जिया संयंत्र के एकमात्र एक्सटर्नल पावर सोर्स पर गोलाबारी बेहद गैर-जिम्मेदाराना है। जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र को संरक्षित और सुरक्षित किया जाना चाहिए। आईएईए यूक्रेनी परमाणु नियामक एनर्जोएटम के दावे की पुष्टि करते हुए कहा कि लगभग 1 बजे हुई गोलीबारी में जापोरिज्जिया संयंत्र को बाहर से बिजली की आपूर्ति करने वाली मुख्य 750 किलोवोल्ट लाइन बंद पड़ गई है। ऐसे में संयंत्र को डीजल जनरेटर को स्विच कर दिया गया है। आईएईए ने कहा कि संयंत्र की सभी सुरक्षा प्रणालियां बिजली प्राप्त कर रही हैं और सामान्य रूप से काम कर रही हैं।
रूस और यूक्रेन से शांति पर बात कर रहे आईएईए चीफ
आईएईए चीफ राफेल ग्रॉसी संयंत्र के चारों ओर एक सुरक्षा क्षेत्र स्थापित करने पर रूस और यूक्रेन के साथ बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने यह कहने से इनकार कर दिया है कि इसमें वास्तव में क्या शामिल होगा या इसे कैसे लागू किया जाएगा। वह गुरुवार को कीव में थे और अगले सप्ताह की शुरुआत में रूस जाने वाले हैं। ग्रॉसी ने कहा कि मैं जल्द ही रूसी संघ की यात्रा करूंगा और फिर यूक्रेन लौटूंगा, ताकि संयंत्र के चारों ओर परमाणु सुरक्षा क्षेत्र पर सहमति बन सके।