व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध की कमान रूसी वायु सेना के जनरल सर्गेई सुरोविकिन को सौंप दी है। सर्गेई सुरोविकिन को चेचेन्या और सीरिया में युद्ध का काफी अनुभव है। वह छापामार युद्ध में भी काफी निपुण माने जाते हैं। ऐसे में उनकी नियुक्ति के बाद यूक्रेन में रूसी सेना के ऑपरेशन में तेजी आने की आशंका है।
मॉस्को: क्रीमिया पुल विस्फोट को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भड़के हुए हैं। ऐसे में उन्होंने यूक्रेन युद्ध की कमान रूसी वायु सेना के जनरल सर्गेई सुरोविकिन को सौंप दी है। जनरल सुरोविकिन को पुतिन का काफी खास सैन्य अधिकारी बताया जाता है। 55 साल के सुरोविकिन ने 2017 से रूसी वायु सेना की कमान संभाली थी। उन्होंने 2004 में चेचेन्या में गार्ड डिवीजन का नेतृत्व किया था। इसके अलावा 2017 में उन्होंने सीरिया में रूसी हवाई हमले की कमान संभाली थी। उनके नेतृत्व में रूसी वायु सेना ने सीरिया में जमकर बमबारी भी की थी। सीरिया में उनकी सेवा के लिए एक पदक से भी सम्मानित किया गया था। ऐसे में जनरल सुरोविकिन की नियुक्ति को बड़े सैन्य फेरबदल के तौर पर देखा जा रहा है।
एक हफ्ते के भीतर तीसरी बड़ी सैन्य नियुक्ति
यह एक हफ्ते के भीतर तीसरी सबसे प्रमुख सैन्य नियुक्ति है। पुतिन ने रूस के पांच सैन्य क्षेत्रों में से दो के कमांडरों की इस हफ्ते की शुरुआत में ही बर्खास्त कर दिया था। उसके बाद जनरल सुरोविकिन को यूक्रेन में रूसी मिलिट्री ऑपरेशन का प्रमुख बनाया गया है। पुतिन इस बात से भी नाराज हैं कि पूर्वी यूक्रेन में रूसी सेना को लगातार पीछे हटना पड़ रहा है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो जल्द ही पूरे डोनबास पर यूक्रेन का नियंत्रण हो जाएगा। पुतिन ने चंद दिनों पहले ही यूक्रेन के चार इलाकों को रूस में मिलाने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि डोनबास समेत रूसी भाषी लोगों का पूरा इलाका अब उनके देश का हिस्सा है।
पहले जनरल सर्गेई सुरोविकिन के हाथ में थी यूक्रेन युद्ध की कमान
रूस के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को वायु सेना के जनरल सर्गेई सुरोविकिन की नियुक्ति का ऐलान किया। हालांकि, मंत्रालय ने यह नहीं बताया कि सुरोविकिन की जगह कौन ले रहा है। ब्रिटिश सैन्य खुफिया एजेंसी ने अप्रैल में कहा था कि जनरल अलेक्जेंडर ड्वोर्निकोव को यूक्रेन में रूसी सेना की कमान संभालने के लिए नियुक्त किया गया था। रूस इसे शुरू से विशेष सैन्य अभियान कहता आया है। उसने हमला शुरू होने के दो महीने बाद कमांड और कंट्रोल को सेंट्रलाइज्ड करने का प्रयास किया था। हालांकि रूस ने हमेशा इस बात को खारिज किया है कि यूक्रेन में जारी मिलिट्री ऑपरेशन की कोई इंट्रीग्रेटेड मिलिट्री कमांड है।
यूक्रेन में लगातार पीछे हट रही रूसी सेना
रूसी सेना यूक्रेन में लगातार पीछे हट रही है। यूक्रेन का दावा है कि उसने पिछले कुछ हफ्तों में रूसी सेना को काफी पीछे ढकेल दिया है। यूक्रेनी सरकार ने बताया है कि उनकी सेना डोनबास क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रही है। ऐसे में रूसी सैनिकों को पीछे हटना पड़ रहा है। यूक्रेनी सेना ने डोनबास में रूसी सेना के मुख्य सप्लाई रूट पर भी कब्जा जमा लिया है। इस कारण रूसी सैन्य टुकड़ियों को हथियार और रसद आपूर्ति में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।