रूस का दावा: यूक्रेन में ‘जैविक’ हथियार के लिए पैसे भेज रहा अमेरिका, चीन बोला- जांच होनी चाहिए

यूक्रेन में जैविक हथियार के लिए पैसे भेजने के रूसी दावे पर अमेरिका ने कहा कि पुतिन दुनिया के सामने झूठी अफवाह फैला रहे हैं। पुतिन खुद इस तरह के अवैध कामों में संलिप्त रहते आए हैं।
युद्ध संकट के बीच रूस ने दावा किया है कि अमेरिका यूक्रेन को जैविक हथियार के लिए वित्त पोषित कर रहा है। रूस ने कहा कि यूक्रेन में अपने सैन्य ऑपरेशन के दौरान वहां जैविक हथियार बनाने के मजबूत सबूत मिले हैं और इसके पीछे अमेरिका का हाथ है। वहीं इस दावे को लेकर  संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने शुक्रवार को एक बैठक भी बुलाई। इस बैठक में अमेरिका ने भी पलटवार किया। अमेरिका ने कहा कि रूस दुनिया के सामने झूठी अफवाह फैला रहा है। राष्ट्रपति पुतिन ही इस तरह के अवैध काम को अंजाम देते आए हैं।

क्या था रूसी सैनिकों का दावा
रूस के विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि अमेरिका यूक्रेन के अंदर यूक्रेन सरकार के पूर्ण समर्थन से एक गुप्त सैन्य-जैविक कार्यक्रम चला रहा है। रूसी सरकार ने एक ट्वीट में कहा कि उसके सैनिकों ने सैन्य-जैविक कार्यक्रम के सबूत खोजे हैं।

चीन ने की जांच की मांग
रूस के सहयोगी चीन ने आरोपों को गंभीरता से लेते हुए चिंता जताई। चीन के संयुक्त राष्ट्र के राजदूत झांग जून ने रूस के आरोपों पर  कहा कि यह एक गंभीर आरोप है और इसकी हर स्तर से जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अमेरिका अगर सही में इस तरह का कदम उठा रहा है तो उसपर कार्रवाई की जानी चाहिए।

अमेरिका का पलटवार
रूसी दावे पर संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी दूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने पलटवार करते हुए कहा कि अमेरिका कभी भी जैविक हथियार कार्यक्रम नहीं चलाया है और न ही चलाएगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका द्वारा समर्थित ऐसी कोई प्रयोगशाला नहीं हैं। लिंडा ने कहा कि रूस खुद यूक्रेन में रासायनिक या जैविक हथियारों का उपयोग कर रहा है।