एंटीगा. अभी कुछ महीने पहले ये लेखक वेस्टइंडीज के दौरे पर थे. टीम इंडिया का कोई भी मैच एंटीगा में नहीं था. बावजूद इसके हमने सर विवियन रिचर्ड्स के मुल्क का दौरा करने का फैसला किया. वहां मेरे जाने की कोई योजना नहीं थी, लेकिन मैं सर विवियन रिचर्ड्स से मिलने के लिए एंटीगा आया और पूरे दिन इंतजार करने के बाद आखिरकार मैं उनसे मिला. पहले तो वह इंटरव्यू के लिए तैयार नहीं थे लेकिन जब उन्हें ये पता चला कि मैं खास तौर पर सेंट किट्स से एंटीगा सिर्फ उन्हीं की एक झलक देखने आया हूं तो वह भी एक फटाफट साक्षात्कार के लिए तैयार हो गए. पेश है उनसे बात-चीत के कुछ अहम अंश:
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जैसा कि मैंने आपको बताया था कि यहां आने की कोई योजना नहीं थी. लेकिन आपका जलवा दशकों बाद भी इस कदर बरकरार है कि इसने मुझे यहां आने के लिए मजबूर कर दिया … 30 साल रिटायरमेंट के बाद भी आपका फैंडम लोगों को आकर्षित करता है. आपको कैसा लगता है?
मुझे खुशी है कि आप एंटीगा के बारे में सोचते हैं . हम भाग्यशाली हैं कि आप यहां एंटीगा में हैं. आप एक खूबसूरत जगह पर हैं और हम आपको यहां पाकर बहुत खुश हैं. मुझे याद है कि क्रिकेट के मैदान पर आपसे कई मुलाकातें हुई हैं और मुझे ये भी अच्छा लगा था जब मैंने आपकी सचिन तेंदुलकर की पुस्तक पर एक लेख लिखा था.
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दुनिया भर में विव रिचर्ड्स किंग हैं लेकिन यहां मैंने देखा कि हर कोई आपके साथ एक सामान्य इंसान की तरह व्यवहार कर रहा है, आप एक सामान्य व्यक्ति की तरह मजाक कर रहे हैं … यह अविश्वसनीय है. खासकर एक भारतीय आंखों के लिए.. एक क्रिकेट प्रेमी के लिए अपनी आंखों पर ये यकीन करना मुश्किल है?
दरअसल, हम कैरिबियन में लोग ऐसे ही हैं हैं … हम आराम पसंदीदा लोग हैं और हमारे पास एक दूसरे के लिए सम्मान है जो सबसे महत्वपूर्ण बात है. लेकिन वह मुझे लगभग हर दिन देखते हैं और यह इस मायने में सामान्य है कि मैं सभी के साथ घुल मिल सकता हूं. कोई नहीं मेरी पहुंच से बाहर है… कोई भी आ सकता है और मुझसे मिल सकता है जैसे आप आए हो.
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जिन भारतीय क्रिकेटरों की आप प्रशंसा करते हैं उनमें से दो सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली हैं. मुझे याद है कि 2007 में आपके साथ एक साक्षात्कार किया गया था, उस समय सचिन को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था और आपने कहा था कि आपने सचिन से बात की और कहा कि संन्यास न लें. क्योंकि एक बार जब आप रिटायर हो जाते हैं तो आप लंबे समय के लिए रिटायर हो जाते हैं, विराट को लेकर भी पिछले कुछ समय से भारत में बहस चल रही थी?
आपको मैं एकदम निष्पक्ष होने के चलते ये कह सकता हूं कि ये दो व्यक्ति (तेंदुलकर और कोहली) हैं जो मुझे लगता है कि जिन्होंने दुनिया की अच्छी सेवा की है. दोनों शानदार खिलाड़ी हैं, और मैं कभी भी यह नहीं जानना चाहता कि वह कैसे खेल रहे हैं क्योंकि मैं इस बात का आकलन नहीं कर सकता हूं. लेकिन ये दोनों ऐसे खिलाड़ी रहें है जिनको मैं मैं सुनील गावस्कर की तरह ही प्रशंसा करता हूं, जिनके खिलाफ मैं खेला था.