नई दिल्ली. भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने सुझाव दिया है कि बाएं हाथ के बल्लेबाज को लाइन-अप में रखने से टीम को फायदा होता है, क्योंकि विपक्ष को अपने खिलाड़ियों को बदलना पड़ता है और नियमित अंतराल पर मैदानों को भी समायोजित करना पड़ता है. तेंदुलकर का यह बयान भारतीय बल्लेबाजी लाइन-अप से संबंधित था, क्योंकि पाकिस्तान के खिलाफ टी20 वर्ल्ड कप के अपने पहले मैच में भारत के शीर्ष 6 में सभी दाएं हाथ के बल्लेबाज खेल सकते हैं.
भारत के पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले पहले मैच में रोहित शर्मा, केएल राहुल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या और दिनेश कार्तिक को प्लेइंग इलेवन में जगह मिल सकती है. ऐसे में एकमात्र बाएं हाथ के बल्लेबाज ऋषभ पंत को बाहर बैठना पड़ सकता है. उनके अलावा टीम में अक्षर पटेल ऑलराउंडर हैं, जो बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हैं. तेंदुलकर टीम संयोजन पर बात नहीं करना चाहते, लेकिन उनका मानना है कि बाएं हाथ के बल्लेबाज के होने से बल्लेबाजी क्रम को विविधता मिलती है.
उन्होंने कहा, ”बाएं हाथ का बल्लेबाज निश्चित तौर पर महत्वपूर्ण होता है. गेंदबाजों को और फील्डरों को उसके हिसाब से खुद को समायोजित करना पड़ता है और अगर वे लगातार स्ट्राइक रोटेट करते हैं तो फिर गेंदबाजों को इसमें परेशानी होती है.”
तेंदुलकर ने कहा, ”देखिए, मैं सिर्फ (शीर्ष) तीन से नहीं जाऊंगा. आप हमेशा एक इकाई के रूप में खेलते हैं और आपको देखना चाहिए कि क्या अच्छा काम करता है. आप शीर्ष दो या शीर्ष तीन में नहीं जा सकते. एक इकाई के रूप में, आपके पास क्या है, यह महत्वपूर्ण है और फिर यह पता लगाना है कि किस पद पर किसे भेजना है, और यह भी देखना है कि विपक्ष की ताकत क्या है.
भारत को अपने मैच मेलबर्न, सिडनी, एडिलेड और पर्थ में खेलने हैं जहां की सीमा रेखा काफी बड़ी है. ऐसे में तेंदुलकर का मानना है प्लेइंग इलेवन में स्पिनरों का चयन करते समय मैदान का आकार ध्यान में रखना चाहिए. उन्होंने कहा, ”आप अधिकतर उस दिशा में खेलते हैं जहां गेंद टर्न हो रही हो कुछ बल्लेबाज होते हैं जो टर्न के विपरीत लगातार हिट करते हैं. आमतौर पर कप्तान सीमा रेखा की दूरी को देखकर फैसला करते हैं कि किस तरह का स्पिनर प्लेइंग इलेवन में रखना है. आप स्पिनर का चयन करते समय हवा की दिशा का ध्यान भी रखते हैं.”