भारत के पूर्वोत्तर के तीन राज्यों त्रिपुरा, नागालैंड व मेघालय में विधानसभा चुनाव के नतीजे लगभग साफ हो गए है। त्रिपुरा में बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापस लौटने की तैयारी में है। वहीं नागालैंड में बीजेपी व उसकी गठबंधन सहयोगी नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी सरकार बनाती दिख रही है।
वहीं मेघालय में मुख्यमंत्री कौनराड संगमा की एनपीपी 27 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। हालांकि, मेघालय में बहुमत के लिए 31 सीटों का होना जरूरी है। त्रिपुरा के 60 सदस्यीय विधानसभा में 32 पर बीजेपी को जीत मिल चुकी है। जबकि दो सीटों पर वो आगे चल रही है। वहीं कांग्रेस व लेफ्ट गठबंधन 14 सीटों पर सिमटते दिख रहे हैं। जबकि पहली बार चुनाव लड़ रही टिपरा मोथा पार्टी ने जनजातीय इलाकों में बीजेपी को काफी नुक्सान पहुंचाया है। उसके 12 उम्मीदवारों को जीत मिली है। मुख्यमंत्री माणिक साहा भी चुनाव जीतने में सफल रहे हैं।
नागालैंड में भाजपा व उसकी अलाएंस पार्टनर नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी फिर से सरकार बना रही हैं। यहां भाजपा और एनडीपीटी 38 सीटों पर आगे चल रहे हैं। एनपीपी 4 व एनपीएफ 3 सीटों पर आगे हैं। अन्य व निर्दलीय 14 सीटों पर आगे हैं। नागालैंड में कांग्रेस को मात्र एक सीट पर जीत मिली है। मतदान से पहले टीएमसी को बड़ा गेम चेंजर माना जा रहा था। मगर त्रिपुरा में वह 6 सीटों पर सिमटती दिख रही है।
त्रिपुरा पर पूरे देश की निगाहें लगी हुई थी। यहां जीत दर्ज कर वापस सत्ता में आना भाजपा के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो गया था क्योंकि कांग्रेस व वाम दलों ने यहां मिलकर चुनाव ल़ड़ा था। उधर, केंद्रीय मंत्री किरण रिज्जजू ने चुनावी परिणामों पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि पूर्वाेत्तर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धरातल पर काम किया है, जिसकी वजह से त्रिपुरा व नागालैंड में भाजपा की सरकार बनने जा रही है।
नागालैंड में पहली महिला विधायक बनी हेखानी जाखलू….
उधर, हेखानी जाखलू नागालैंड विधानसभा के लिए निर्वाचित होने वाली पहली महिला बन गई हैं। उन्होंने दीमापुर-3 सीट के लिए एनडीपीपी के टिकट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी लोक जनशक्ति पार्टी (चिराग पासवान) के उम्मीदवार अजेतो झिमोमी को 1536 मतों से हराया। मुकाबला बेहद निकटतम रहा, मगर जाखलू ने पहली महिला के रूप में निर्वाचित होकर इतिहास रच दिया।