जिला सोलन के साईं संजीवनी हॉस्पिटल में आज हमारी नर्सें, हमारा भविष्य’थीम को लेकर अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के कार्यक्रम का आयोजन किया गया।भारत ही नहीं बल्कि विश्व में मेडिकल क्षेत्र में नर्सों का विशेष महत्व होता है. ताजा उदाहरण कोरोनाकाल का हमारे सामने है. जब नर्सों ने अपनी जान की बाजी लगाकर करोड़ों लोगों का जीवन बचाया. यह किसी से छिपा नहीं है. मेडिकल क्षेत्र में सालों से अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली नर्सों की आज प्रोफेशनल तौर पर भी डिमांड बढ़ी है. आपको बता दें कि फ्लोरेंस नाइटिंगेल के सम्मान में उनके जन्म दिवस वर्ल्ड नर्स डे सैलिब्रेट किया जाता है. इसे प्रतिसाल 12 मई को मनाया जाता है।
इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्स ने 1974 में अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस मनाने की घोषणा की थी. इसके बाद फ्लोरेंस नाइटिंगेल के सम्मान में 12 मई को इसे मनाने की तिथि भी घोषित की गई. तभी से लगातार अंतराष्टिय नर्स दिवस धूमधाम से मनाया जाता है. साथ ही नर्सों के सम्मान में अलग-अलग तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं. कई लोग तो यहां तक मानते हैं कि जिनता योगदान चिकित्सकों का समाज सेवा करने का होता है. उससे ज्यादा नर्सों का होता है
इसी उपलक्ष पर आज साईं संजीवनी हॉस्पिटल सोलन में नर्स दिवस के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। साईं संजीवनी हॉस्पिटल के संस्थापक डॉक्टर संजय अग्रवाल का कहना है कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में नर्स की बहुत बड़ी भूमिका होती है इसी उद्देश्य को लेकर साईं संजीवनी हॉस्पिटल सोलन में भी आज अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के उपलक्ष पर रंगोली मेहंदी और नाटी आदि प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें नर्सिंग पड़ रही सभी छात्राओं ने भाग लिया।