
42 हजार मासिक वेतन की मांग करने का अनुरोध
पश्चिम दिल्ली के सांसद ने कहा, ‘मैं सभी मंदिरों और गुरुद्वारों के पुजारियों और ग्रंथियों से अपील करता हूं कि वे 42,000 रुपये मासिक वेतन के लिए केजरीवाल को पत्र लिखें।’ उन्होंने कहा, ‘अगर वह तीन दिनों में अपना निर्णय बताने में विफल रहते हैं, तो मंदिरों और गुरुद्वारों के बाहर बोर्ड लगा दिया जाना चाहिए और तबतक ‘आप’ के किसी भी नेता, उम्मीदवार और स्वयं मुख्यमंत्री के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया जाए जब तक कि वेतन का भुगतान नहीं किया जाता हो।’

दिल्ली के प्रसिद्ध तातारपुर शिव मंदिर के बाहर मंदिर कमेटी ने लगाया बोर्ड।
‘टैक्सपेयर्स के 101 करोड़ रुपये इमामों-मुअज्जिनों को दिए’
उन्होंने यह भी दावा किया कि केजरीवाल सरकार ने करदाताओं के पैसे का इस्तेमाल कर इमामों और मुअज्जिनों को 101 करोड़ रुपये का भुगतान किया। सांसद ने कहा, ‘यह लोगों की ओर से करों के रूप में दिया गया पैसा है और इसे केवल एक धर्म पर खर्च नहीं किया जा सकता है।’ आप ने अबतक इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी है।

बीजेपी सांसद की दिल्ली के सीएम के नाम चिट्ठी।
वक्फ बोर्ड ने दिए आंकड़े
दिल्ली वक्फ बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि उसके पास पंजीकृत मस्जिदों के करीब 150 इमामों को 18,000 रुपये और 58 मुअज्जिनों को 16,000 रुपये मासिक मानदेय दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड में अनरजिस्टर्ड मस्जिदों के 2,000 से अधिक इमामों और मुअज्जिनों को क्रमशः 14,000 रुपये और 12,000 रुपये प्रति माह का मानदेय दिया जाता है।