इस मैच के बाद टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की बागडोर संभालने वाले पेन ने अपनी नयी किताब में दावा किया कि जोहानिसबर्ग के न्यू वांडरर्स स्टेडियम में चौथे टेस्ट के दौरान दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ियों ने भी गेंद से छेड़छाड़ की थी। पेन ने अपनी नयी आत्मकथा ‘ द पेड प्राइस’ में लिखा, ‘मैंने उस सीरीज के चौथे टेस्ट मैच में उन्हें ऐसा करते हुए देखा था। केपटाउन में जो कुछ भी हुआ था, उसके बाद तमाम सुर्खियां, प्रतिबंध और इन चीजों के साथ खेल जारी रखने के बाद में इसके बारे में सोचना भी मुश्किल है।’
बॉडकास्टर्स पर भी लगाए आरोप
पिछले साल टेस्ट कप्तानी से हटने वाले पेन ने यह भी आरोप लगाया कि प्रसारकों ने इस घटना को छुपाया। पेन ने कहा, ‘मैं अगले टेस्ट में गेंदबाजों के छोर पर खड़ा था, जब गेंद मिड ऑफ पर खड़े दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी के पास गयी तब उस पर एक बड़ी दरार थी। लेकिन इस घटना का टेलीविजन से फुटेज का प्रसारण गायब हो गया।’
पूर्व कप्तान ने कहा, ‘जिस टेलीविजन निर्देशक ने कैम (कैमरून बैनक्रॉफ्ट) को पकड़ने में सक्रिय भूमिका निभाई थी उसने इस फुटेज को तुरंत ही स्क्रीन से हटा दिया। हमने अंपायरों से इसकी शिकायत भी की लेकिन उन्होंने हमें आश्वस्त किया इस सीरीज में शुरुआती टेस्ट से ऐसी ही गेंद का इस्तेमाल हो रहा हैं।’
टीम के करना चाहिए था समर्थनउन्होंने कहा, ‘क्रिकेटर कई चीजों को छुपा कर रखते है, सबसे सफल टीमें भी। कोच और सहयोगी सदस्य भी ऐसा ही करते है। जब उन्होंने कैमरन बैनक्रॉफ्ट को हाथ में रेगमाल का एक टुकड़ा लिए देखा तो दंग रह गया था। हम सब के साथ ऐसा ही था।’
पेन ने माना की केप टाउन की घटना के बाद टीम को स्मिथ, बैनक्रॉफ्ट और वॉर्नर की तिकड़ी का समर्थन करना चाहिए था। उन्होंने कहा, ‘स्टीव और कैम अकेले पड़ गये थे। हालात तनावपूर्ण और भयानक थे। मुझे लगता है कि वॉर्नर भी एकांत में था और कोई भी उसकी खोज-खबर नहीं ले रहा था।’