संगड़ाह : वैक्सीनेशन के बाद लम्पी संक्रमण के मामलों में दर्ज हुई गिरावट

संगड़ाह, 02 सितंबर : पशुपालन विभाग उपमंडल संगड़ाह के किसान व पशु पालक इन दिनों तेजी से फैल रहे लंपी वायरस से चिंतित हैं। वेटरनरी संगडाह व माईना के आस-पास जहां पशु इस चर्म रोग की चपेट में आ चुके हैं, वहीं नौहराधार अस्पताल के डॉक्टर अमित वर्मा के अनुसार लाना-चेता में 17, भराड़ी में 4 गाय-भैंस लंपी वायरस से ग्रस्त है, जिनका इलाज चल रहा है।

    उपमंडल के गर्म व नदी-नालों के साथ लगते ज्यादा आर्द्रता वाले गांवों में यह रोग तेजी से फैल रहा है। बीमार पशुओं में तेज बुखार, चमड़ी में गांठ पड़ना, लंगड़ाकर चलना व बार-बार गर्दन हिलाना जैसे लक्षण देखे जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार इस बीमारी की दवा आना बाकी है और गोट पॉक्स से इसके लिए प्रभावित क्षेत्र में वैक्सीनेशन किया जा रहा है।

गौरतलब है कि पशुपालन उपमंडल संगड़ाह में गाय-भैंस की संख्या 48,000 के करीब है और अधिक परिवारों की आमदनी का जरिया दूध, घी व पनीर जैसे मिल्क प्रोडक्ट्स है। ऐसे में पशु पालक मक्खियों व वायरस से फैल रही इस बीमारी से चिंतित है।

एसवीओ डॉ. अक्षय ने बताया कि संगड़ाह व माईना अस्पताल के आस-पास 800 मवेशियों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि यहां 70 मवेशी लंपी रोग से ग्रस्त हैं और मैदानी इलाकों की बजाय इन इलाकों में बीमारी का प्रभाव कम है। उन्होंने कहा कि पशुपालकों को लंपी से घबराने की जरूरत नहीं है और विभाग सभी एहतियात बरत रहा है।.