भारतीयों के दिल में क्रिकेट दौड़ता है, ये तो हम सभी जानते हैं. बचपन में स्कूल की लाइब्रेरी से लाइब्रेरियन की नज़र बचाकर क्रिकेट सम्राट और अखबारों से फेवरेट खिलाड़ी की तस्वीरें काटते थे. क्रिकेट के अलावा जो एक खेल सबने फ़ोलो करना शुरू किया था वो था टेनिस. और इसकी वजह थी सानिया मिर्जा. चाहे वो लड़के हों या लड़कियां हर किसी को सानिया मिर्ज़ा से अलग ही लगाव था. स्टाइल हो या ईयररिंग्स, मतलब जवाब नहीं. सानिया मिर्ज़ा की फ़ैन फ़ोलोइंग का आलम ये था कि उन पर भोजपुरी गाना तक आ गया था- सानिया मिर्जा कट नथुनिया जान मारे ला… वही स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्ज़ा ने अब रिटायरमेंट (Sania Mirza Retirement) की घोषणा की है. टेनिस को समझने और न समझने वाले, दोनों ही गुटों में इस खबर को सुनने के बाद मायूसी छा गई है.
दुबई में खेलेंगी आखिरी टूर्नामेंट
WTA Tennis को दिए एक इंटरव्यू में सानिया मिर्ज़ा ने बताया कि अगले महीने दुबई ड्यूटी फ्री टेनिस चैंपियनशिप्स खेलने के बाद वो प्रोफ़ेशनल टेनिस से संयास लेंगी.
सानिया मिर्ज़ा ने कहा, ‘WTA Finals के बाद ही रुकने वाली थी लेकिन दाईं कोहनी में US Open से पहले चोट लग गई और इस वजह से प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाई.’
सानिया मिर्ज़ा ने कहा कि वो किसी चोट की वजह से खेल नहीं छोड़ना चाहती थी. उन्होंने ट्रेनिंग जारी रखी. सानिया ने कहा, ‘दुबई में दुबई ड्यूटी फ्री टेनिस चैंपियनशिप्स के बाद रिटायर होने का प्लान है.’
सानिया ने बातचीत के दौरान कहा कि वो 36 की हो चुकी हैं और उनका शरीर थक चुका है. यही मुख्य कारण है. सानिया ने कहा, ‘मेंटली खुद को और पुश करने की ताकत नहीं है. 2003 में प्रो बनी. प्रायोरिटीज़ बदलती हैं और अब मेरी प्रायोरिटी है कि मैं अपनी बॉडी को लिमिट तक हर रोज़ पुश न करूं.’
6 साल की उम्र में पकड़ा टेनिस रैकेट
सानिया मिर्ज़ा 15 नवंबर, 1986 को मुंबई में पैदा हुईं. उनके पिता, इमरान खेल पत्रकार थे और बाद में परिवार हैदराबाद शिफ़्ट हो गया. सानिया मिर्ज़ा जब 6 साल की थी तभी उन्हें हैदराबाद के निज़ाम क्लब में भर्ती करवाया गया. इतनी छोटी बच्ची को टेनिस सिखाने का ज़िम्मा कोच नहीं लेना चाहते थे लेकिन जब उन्होंने सानिया को खेलते देखा, कोच राज़ी हो गए.
सानिया मिर्ज़ा ने कड़ी मेहनत की. 1999 में जकार्ता में हुए वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में उन्होंने हिस्सा लिया. ये उनका पहला अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट था. विम्बलडन चैंपियनशिप्स 2003 गर्ल्स डबल्स का खिताब भी मिर्जा ने अपने नाम किया.
6 ग्रैंड स्लैम जीते
सानिया मिर्ज़ा की ट्रोफ़ी की अल्मारी में 6 ग्रैंड स्लैम ट्रॉफ़ीज़ रखी हैं.
ऑस्ट्रेलियन ओपन 2009 मिक्स्ड डबल्स
2009 में महेश भूपति के साथ सानिया मिर्ज़ा ने ऑस्ट्रेलियन ओपन 2009 मिक्स्ड डबल्स का खिताब जीता.
फ़्रेंच ओपन 2012 मिक्स्ड डबल्स
ऑस्ट्रेलियन ओपन 2009 मिक्स्ड डबल्स जीतने के तीन साल बाद मिर्जा-भूपति की जोड़ी ने एक बार फिर देश का मान बढ़ाया. इस जोड़ी ने फ़्रेच ओपन 2012 मिक्स्ड डबल्स का खिताब भी अपने नाम किया.
US ओपन 2014 मिक्स्ड डबल्स
2014 US ओपन के मिक्स्ड डबल्स के लिए सानिया मिर्ज़ा ने ब्राज़ील के ब्रूनो सोएर्स के साथ पार्टनरशिप की. सानिया और ब्रूनो की जोड़ी ने खिताब अपने नाम किया.
मार्टिना हिंगिस के साथ जीते तीन ग्रैंड स्लैम
मार्टिना हिंगिस और सानिया मिर्ज़ा की जोड़ी तूफ़ान थी. फ़ैन्स ने इस जोड़ी का नाम Santina रख दिया था. विम्बल्डन 2015 में दोनों ने पहला खिताब जीता. इसके बाद US ओपन 2015 और ऑस्ट्रेलियन ओपन 2016 का खिताब भी अपने नाम किया.
सानिया मिर्ज़ा की रैंकिंग
टेनिस विशेषज्ञों की मानें तो सानिया मिर्ज़ा अपने करियर के फ़र्स्ट हाफ़ में एक दमदार खिलाड़ी थीं. लेकिन कई चोटों की वजह से उनके सफ़र में कई ब्रेक्स लगे. सानिया ने अपने घर हैदराबाद में 2005 में हैदराबाद ओपन का WTA Singles Title जीता था.
WTA Singles रैंकिंग में वो 27वें पायदान तक पहुंची थीं. ये आज तक किसी भारतीय टेनिस खिलाड़ी की सबसे बेहतरीन टेनिस रैंकिंग है.
अप्रैल 2015 में WTA Doubles रैंकिंग में पहले रैंक पर पहुंची सानिया मिर्ज़ा. ये उपलब्धि हासिल करने वाली वो पहली भारतीय टेनिस खिलाड़ी हैं. 21 महीनों तक सानिया पहले रैंक पर रहीं.
सानिया मिर्ज़ा ने 42 WTA डबल्स टाइटल जीते हैं.
सानिया मिर्ज़ा का ओलंपिक में प्रदर्शन
हर एथलीट का सपना होता है देश के लिए ओलंपिक मेडल जीतना. सानिया मिर्ज़ा ने चार ओलंपिक्स में हिस्सा लिया है. 2008 बीजिंग ओलंपिक में सिंग्लस में पहले ही राउंड में बाहर हो गई थीं. महिला डबल्स में वो दूसरे राउंड तक पहुंची. 2016 रियो ओलंपिक में मिक्स्ड डबल्स में वो सेमिफ़ाइनल तक पहुंची थी.
जीते कई राष्ट्रीय पुरस्कार
सानिया मिर्ज़ा को 2004 में अर्जुन अवॉर्ड, 2006 में पद्मश्री, 2015 में राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड (अब ये अवॉर्ड मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड के नाम से जाना जाता है) और 2016 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.
दुबई में हाल ही में सानिय ने एक टेनिस अकेडमी लॉन्च की. दुबई ड्यूटी फ़्री टेनिस चैंपियनशिप्स 19 फरवरी से शुरू होगी. सानिया मिर्ज़ा इसमें कज़ाख़िस्तान की एना डानिलिना के साथ हिस्सा लेंगी.