Sanjay Raut: उद्धव ठाकरे से छिनी शिवसेना, अब संजय राउत का जाएगा संसद नेता पद! जानें एकनाथ शिंदे के खत में क्या

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी को पत्र लिखकर सांसद गजानन कीर्तिकर को अपना संसदीय दल का नेता नियुक्त किया है। राज्यसभा सांसद और उद्धव ठाकरे के वफादार संजय राउत अभी इस पद पर हैं। उनकी सदस्यता पर खतरा मंडरा रहा है।

Will investigate: Maharashtra CM on Sanjay Raut's letter claiming threat to life
संजय राउत (फाइल फोटो)
मुंबई: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने ‌सांसद संजय राउत से शिवसेना संसदीय दल का नेता पद छीनने की कार्रवाई शुरू कर दी है। सांसदों ने संसदीय सचिव को पत्र लिखकर मांग की है कि राउत की जगह शिंदे समर्थक गजानन कीर्तिकर को संसदीय दल का नेता नियुक्त किया जाए। शिंदे गुट ने पहले ही संसद भवन स्थित शिवसेना कार्यालय पर कब्जा कर लिया है। वहां से उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे की तस्वीरें हटाकर उनकी जगह एकनाथ शिंदे और उनके गुरु आनंद दिघे की तस्वीरें लगा दी गई हैं। लोकसभा सदस्यों में हुई फूट के बाद लोकसभा के 13 सांसद शिंदे के साथ हैं और उद्धव गुट के पास पांच लोकसभा सदस्य बचे हैं। वहीं, राज्यसभा में शिवसेना के तीन सदस्य हैं और तीनों ही उद्धव के साथ हैं। इन्हीं में से एक हैं संजय राउत, जो पार्टी मुखपत्र सामना के संपादक भी हैं।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने मंगलवार को केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी को एक पत्र सौंपा जिसमें लोकसभा सांसद गजानन कीर्तिकर को शिवसेना संसदीय दल का नेता नियुक्त किया गया। शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत (राज्यसभा) अब तक शिवसेना संसदीय दल के नेता रहे हैं। शिवसेना नेताओं ने कहा कि पिछले सप्ताह हुई पार्टी सांसदों की बैठक में कीर्तिकर को संसदीय दल का नेता चुना गया।

सांसदों को व्हिप का पालन करने का निर्देश

शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने कहा कि संसदीय दल का नेता नियुक्त करने का अधिकार सीएम एकनाथ शिंदे के पास है, जो शिवसेना के प्रमुख नेता हैं। उन्होंने सांसद गजानन कीर्तिकर को नियुक्त कर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री को पत्र दिया है। हमने प्रक्रिया शुरू कर दी है। संसदीय दल का नेता लोकसभा और राज्यसभा में दल का नेता होता है। इसलिए राज्यसभा में भी सभी सांसदों को हमारे व्हिप का पालन करना होगा। चुनाव आयोग ने अपना फैसला दे दिया है (शिंदे समूह को पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न आवंटित करना) इसलिए उन सभी को इसका पालन करना होगा जो शिवसेना के नाम और चुनाव चिन्ह पर जीते हैं।

उद्धव गुट के पास बचे हैं 6 सांसद

लोकसभा में शिवसेना समूह के नेता शेवाले ने कहा कि अब तक कोई व्हिप जारी करने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है। मुंबई उत्तर-पश्चिम से सांसद कीर्तिकर शिंदे के नेतृत्व वाली सेना में शामिल होने वाले शिवसेना के 13वें लोकसभा सांसद थे। कीर्तिकर के बाहर निकलने के साथ, उद्धव गुट के पास छह सांसद रह गए थे। विभाजन से पहले, शिवसेना में कुल 19 लोकसभा सांसद थे, महाराष्ट्र से 18 और दादरा और नगर हवेली से कलाबेन डेलकर।

संसद भवन में कमरा नंबर 128

चुनाव आयोग के फैसले के बाद पिछले हफ्ते लोकसभा सचिवालय ने संसद भवन में शिवसेना का कार्यालय सीएम शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को आवंटित कर दिया था। लोकसभा सचिवालय में उप सचिव सुनंदा चटर्जी ने शेवाले को लिखे एक पत्र में कहा है कि संसद भवन में कमरा नंबर 128 शिवसेना पार्टी को आवंटित किया गया था। पहले शिवसेना के दोनों गुट कार्यालय का इस्तेमाल करते थे, लेकिन अब उद्धव गुट के सांसदों के पास संसद भवन में कार्यालय नहीं है।