राजस्थान रॉयल्स ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को 7 विकेट से हरा कर आईपीएल के 15वें सीजन के फाइनल में जगह बना ली है. आज खिताबी मुकाबले में राजस्थान रॉयल्स की भिड़ंत हार्दिक पाण्ड्या की कप्तानी वाली गुजरात टाइटंस से होगी. राजस्थान ने जिस तरह से फाइनल तक का सफर तय किया है उसके लिए हर कोई इस टीम की तारीफ कर रहा है.
संजू सैमसन की हो रही तारीफ
क्रिकेट के जानकर राजस्थान रॉयल्स के शानदार प्रदर्शन के पीछे इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज जोस बटलर की अच्छी फॉर्म और संजू सैमसन की कप्तानी को वजह बता रहे हैं. इस समय सभी की नजरें संजू सैमसन पर टिकी हुई हैं. राजस्थाम का गुजरात से मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में होने वाला है. आईपीएल के इस फाइनल मैच की टिकटें कुछ ही घंटों में बिक गई थीं. अनुमान है कि इस मैच को देखने के लिए एक लाख दर्शक स्टेडियम पहुंचेंगे.
खुद को साबित करेंगे संजू
बात करें राजस्थान रॉयल्स की तो ये टीम मात्र दो बार ही आईपीएल के फाइनल में पहुंची है. इससे पहले 2008 में शेन वॉर्न की कप्तानी में जब ये टीम फाइनल में पहुंची थी तब इसने ट्रॉफी अपने नाम की थी. साउथ अफ्रीका के लिए चुनी गई भारतीय टीम में जगह न मिलने के बाद संजू सैमसन खुद को साबित करने के लिए फाइनल मैच जीतने की पूरी कोशिश करेंगे. इसके अलावा वह टीम के पूर्व कप्तान शेन वॉर्न के निधन के बाद ट्रॉफी जीत कर उन्हें श्रद्धांजलि देना चाहेंगे.
संजू ने कही दिल की बात
क्वालिफायर-2 में शानदार जीत हासिल करने के बाद सैमसन ने बताया कि जब राजस्थान ने 2008 में पहली बार खिताब जीता था, तब वह मात्र 13 साल के थे. आज 27 साल के हो चुके संजू सैमसन ने बताया कि जब राजस्थान ने खिताब जीता था तब वह केरल में अंडर-16 टूर्नामेंट का फाइनल खेल रहे थे. उसके बाद राजस्थान रॉयल्स आईपीएल की कोई ट्रॉफी नहीं जीता. तब कप्तान वॉर्न ही थे.
इस सीजन में संजू सैमसन ने शानदार कप्तानी के साथ एक बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका भी खूब निभाई है. उन्होंने 16 पारियों में 2 अर्धशतक के साथ 30 की औसत एर 148 के स्ट्राइक रेट से 444 रन बनाए हैं.