पाकिस्तान की जेल में मारे गए भारतीय नागरिक सरबजीत की बहन दलबीर कौर का निधन हो गया. दलबीर कौर के नाम को भारतीयों ने उस वक़्त सुना जब भारत लगातार पाकिस्तान की जेल में बंद सरबजीत की सज़ा कम करने और उसकी रिहाई की कोशिशें कर रहा था. दलबीर इस मुहीम में सबसे आगे थी. उन्होंने अपने भाई को बचाने की जी-तोड़ कोशिशें की लेकिन उनके हाथ निराशा ही लगी.
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60 वर्षीय दलबीर का देहांत शनिवार रात दिल का दौरा पड़ने से हुआ. उनका अंतिम संस्कार पंजाब के भिखीविंड में किया जाएगा. उनको शनिवार सांस लेने के दौरान तकलीफ महसूस हुई, जिसके बाद उन्हें देर रात अमृतसर के प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया.
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दलबीर को सरबजीत केस के कारण अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली. वो लगभग 20 साल तक अपने भाई के लिए कानूनी लड़ाई लड़ती रहीं. सरबजीत को पाकिस्तान की कोर्ट ने उनके देश में हुए 1990 के बम ब्लास्ट में मुख्य आरोपी करार देते हुए फांसी की सज़ा सुनाई थी. जबकि सरबजीत के परिवार का दावा था कि भिखीविंड का किसान सरबजीत नशे की हालत में बॉर्डर पार कर पाकिस्तान पहुंच गया था. 6 अप्रैल 2013 को जेल में सरबजीत सिंह पर जानलेवा हमला हुआ और 2 मई की रात को सरबजीत सिंह की मौत हो गई.
इस केस के चर्चा में आने के बाद रणदीप हुड्डा ने ‘सरबजीत’ का किरदार निभाया था. इस रोल के लिए रणदीप को बहुत प्रशंसा मिली.
पंजाब के पूर्व मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल, शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा, हलका विधायक सरवन सिंह धुन, पूर्व विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर, विरसा सिंह वल्टोहा, गौरवदीप सिंह वल्टोहा, जिला कांग्रेस अध्यक्ष किरनबीर सिंह मिठा ने दलबीर कौर के निधन पर शोक व्यक्त किया है.