सात्विक-चिराग ने रचा इतिहास; विश्व चैंपियनशिप में जीता ब्रान्ज, पर सेमीफाइनल में मिली हार

टोक्यो। भारत के सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की युवा पुरुष युगल जोड़ी ने बीडब्ल्यूएफ विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में मलेशिया के ऐरोन चिया और सोह वूई यिक के हाथों 2-1 से हारने के बाद ऐतिहासिक कांस्य पदक हासिल किया। यह विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत का पहला पुरुष एकल पदक है। छठी सीड मलेशियाई जोड़ी ने सातवीं सीड भारतीय जोड़ी को 20-22, 21-18, 21-16 से हराया।

सात्विक-चिराग ने मैच की अच्छी शुरुआत करते हुए पहला गेम 22-20 से जीता, लेकिन दूसरे गेम में उनके मलेशियाई प्रतिद्वंदियों ने अच्छी वापसी करते हुए मैच को निर्णायक गेम में पहुंचा दिया। तीसरे गेम में भारतीय युगल 8-6 से आगे चल रहे थे, मगर चिया-सोह ने लगातार तीन प्वाइंट बनाते हुए 9-8 की बढ़त ली और फिर इसी में इज़ाफ़ा करते हुए फाइनल में जगह बनाई। अब तक सात्विक-चिराग और चिया-सोह छह बार आमने-सामने आ चुके हैं, जहां हर बार मलेशियाई जोड़ी ने जीत हासिल की है।

सात्विक-चिराग इस हार के बावजूद कांसे का तमगा जीतकर विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय जोड़ी और पहली भारतीय पुरुष युगल जोड़ी बन गए हैं। इससे पहले अश्विनी पोनप्पा और ज्वाला गुट्टा की महिला युगल जोड़ी ने विश्व चैंपियनशिप 2011 में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा था।